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[[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] (Lord Maitreya) के अनुसार जो भी चमत्कार आप देखते हैं वे वायलेट लौ के उपयोग से संभव हो पाते हैं; वायलेट लौ संत जरमेन का मनुष्यों को दिया एक महत्त्वपूर्ण उपहार है। जब आप प्रतिदिन वायलेट लौ के दिव्य आदेशों को करते हैं, उतने अधिक आवेग से आपके आभामंडल में वायलेट लौ एकत्र हो जाती है जो ज़रुरत के समय आपके बहुत काम आती है। यह एकत्रित वायलेट लौ वह कार्य करती है जिसे आप चमत्कार कहते हैं। | [[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] (Lord Maitreya) के अनुसार जो भी चमत्कार आप देखते हैं वे वायलेट लौ के उपयोग से संभव हो पाते हैं; वायलेट लौ संत जरमेन का मनुष्यों को दिया एक महत्त्वपूर्ण उपहार है। जब आप प्रतिदिन वायलेट लौ के दिव्य आदेशों को करते हैं, उतने अधिक आवेग से आपके आभामंडल में वायलेट लौ एकत्र हो जाती है जो ज़रुरत के समय आपके बहुत काम आती है। यह एकत्रित वायलेट लौ वह कार्य करती है जिसे आप चमत्कार कहते हैं। | ||
चमत्कार अचानक | चमत्कार अचानक होने वाली एक रूपांतरण क्रिया है। और यह रूपांतरण क्रिया इसलिए संभव हो पाती है क्योंकि कहीं न कहीं ब्रह्माण्ड में किसी मनुष्य ने वायलेट लौ के दिव्य आदेशों को कर के उतनी ऊर्जा एकत्रित कर ली होती है कि किसी समस्या के समय वो [[Special:MyLanguage/etheric plane|सूक्ष्म शरीर]], मानसिक शरीर, भावनात्मक शरीर एवं भौतिक शरीर में बदलाव ला पाए। | ||
एक '''अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बात''' जो जैडकीयल हमें कहते हैं वो है '''वायलेट लौ में समा जाना''': | एक '''अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बात''' जो जैडकीयल हमें कहते हैं वो है '''वायलेट लौ में समा जाना''': | ||
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