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[[Special:MyLanguage/Goddess of Liberty|गॉडेस ऑफ़ लिबर्टी]] (Goddess of Liberty) कहती हैं: “महादेवदूत माइकल आपके साथ हैं और वह आपके बुलाने पर हमेशा आते हैं,जब आप दिव्य आदेशों को करने की गति शक्ति को बढ़ा लेते हैं ऐसा करने से मदद के लिए लगाई गई आपकी प्रार्थना तुरंत सुनी जाती है <ref>एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट, “How Angels Help You to Protect Yourself and Those You Love,” २१ फरवरी १९९३</ref> महादेवदूत माइकल ने हमें यह वचन दिया है कि अगर हम प्रतिदिन सिर्फ बीस मिनट के लिए भी दिव्य आदेशों को करते हैं, तो वे एक देवदूत को सदा हमारे साथ रखेंगे। | [[Special:MyLanguage/Goddess of Liberty|गॉडेस ऑफ़ लिबर्टी]] (Goddess of Liberty) कहती हैं: “महादेवदूत माइकल आपके साथ हैं और वह आपके बुलाने पर हमेशा आते हैं,जब आप दिव्य आदेशों को करने की गति शक्ति को बढ़ा लेते हैं ऐसा करने से मदद के लिए लगाई गई आपकी प्रार्थना तुरंत सुनी जाती है <ref>एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट, “How Angels Help You to Protect Yourself and Those You Love,” २१ फरवरी १९९३</ref> महादेवदूत माइकल ने हमें यह वचन दिया है कि अगर हम प्रतिदिन सिर्फ बीस मिनट के लिए भी दिव्य आदेशों को करते हैं, तो वे एक देवदूत को सदा हमारे साथ रखेंगे। | ||
मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूँ कि मैं | मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूँ कि मैं सारी शंकाएं और प्रश्नो का समाधान आपको दूँगा इस से परमपिता परमेश्वर का अनंत स्नेह आपको मिलेगा। यह शक्ति और विश्वास अटल सत्य है।”<ref>महादेवदूत माइकल, “Hail, Children of the White-Fire Sun,” ४ जुलाई 1971</ref> | ||
कठिन समय से गुज़ारना कभी कभी ज़रूरी भी होता है क्योंकि ऐसे वक्त ही हम यह जान पाते हैं कि कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो न सिर्फ हमारा समर्थन कर रही हैं वरन हमारी जीत के लिए प्रार्थना भी कर रही हैं। जब कोई महादेवदूत हमें सरंक्षण देता है तो ये हमारी ज़िम्मेदारी बन जाती है कि हम उनके इस उपहार को ग्रहण करें, उनका आह्वान करें। वो कहते हैं, “जब चीज़ें स्पष्ट हों, तब विश्वास की क्या आवश्यकता? विश्वास की आवश्यकता मुझे नहीं है, मुझे तो ये विश्वास आपको दिलाना है - आपको इस विश्वास की ज़रुरत है।”<ref>महादेवदूत माइकल, “When the Heart Cries Out to God,” {{POWref|13|35|, ३० अगस्त १९७०}}</ref> | कठिन समय से गुज़ारना कभी कभी ज़रूरी भी होता है क्योंकि ऐसे वक्त ही हम यह जान पाते हैं कि कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो न सिर्फ हमारा समर्थन कर रही हैं वरन हमारी जीत के लिए प्रार्थना भी कर रही हैं। जब कोई महादेवदूत हमें सरंक्षण देता है तो ये हमारी ज़िम्मेदारी बन जाती है कि हम उनके इस उपहार को ग्रहण करें, उनका आह्वान करें। वो कहते हैं, “जब चीज़ें स्पष्ट हों, तब विश्वास की क्या आवश्यकता? विश्वास की आवश्यकता मुझे नहीं है, मुझे तो ये विश्वास आपको दिलाना है - आपको इस विश्वास की ज़रुरत है।”<ref>महादेवदूत माइकल, “When the Heart Cries Out to God,” {{POWref|13|35|, ३० अगस्त १९७०}}</ref> |
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