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संत जरमेन के साथ चलते हुए हम मध्य चाप (archway) से होते हुए एक सुरंग में प्रवेश करते हैं - यह सुरंग उनके आदेश पर खुलती है। कई सौ फुट चलने के बाद, वे हमें एक दरवाजे से साठ फुट व्यास (diameter) वाले बारह भुजाओं के एक गुम्बदाकार कमरे में ले जाते हैं जिस पर बहुत सारे प्राचीन चिन्ह हैं। बारह में से चार भुजाएं चमकदार श्वेत रंग की हैं (यह पृथ्वी के चार तत्वों और इस ग्रह के चार निचले शरीरों की आत्मिक चेतना को दर्शाती हैं)। शेष भुजाएं हल्के रंगों की हैं। | संत जरमेन के साथ चलते हुए हम मध्य चाप (archway) से होते हुए एक सुरंग में प्रवेश करते हैं - यह सुरंग उनके आदेश पर खुलती है। कई सौ फुट चलने के बाद, वे हमें एक दरवाजे से साठ फुट व्यास (diameter) वाले बारह भुजाओं के एक गुम्बदाकार कमरे में ले जाते हैं जिस पर बहुत सारे प्राचीन चिन्ह हैं। बारह में से चार भुजाएं चमकदार श्वेत रंग की हैं (यह पृथ्वी के चार तत्वों और इस ग्रह के चार निचले शरीरों की आत्मिक चेतना को दर्शाती हैं)। शेष भुजाएं हल्के रंगों की हैं। | ||
इस कमरे में एक असाधारण रेडियो रखा है जिसका आविष्कार महिला दिव्यगुरु [[Special:MyLanguage/Leonora|लिओनोरा]] (Leonora) ने किया था। इस रेडियो द्वारा कोई भी सौर-मण्डल (solar system) के अन्य ग्रहों से और पृथ्वी पर कहीं भी, किसी से भी सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। यहाँ पर रासायनिक और विध्युत प्रयोगशालाएं हैं जहाँ विभिन्न वैज्ञानिक फ़ार्मुलों और आविष्कारों को करते हैं - ये फ़ार्मुला और आविष्कार अटलांटिक महासागर के | इस कमरे में एक असाधारण रेडियो रखा है जिसका आविष्कार महिला दिव्यगुरु [[Special:MyLanguage/Leonora|लिओनोरा]] (Leonora) ने किया था। इस रेडियो द्वारा कोई भी सौर-मण्डल (solar system) के अन्य ग्रहों से और पृथ्वी पर कहीं भी, किसी से भी सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। यहाँ पर रासायनिक और विध्युत प्रयोगशालाएं हैं जहाँ विभिन्न वैज्ञानिक फ़ार्मुलों और आविष्कारों को करते हैं - ये फ़ार्मुला और आविष्कार अटलांटिक महासागर के नीचे वायुरुद्ध ढंग से (hermetically)सील-बंद शहरों में रखे गए है। [[Special:MyLanguage/Atlantis|अटलांटिस]] (Atlantis) के डूबने के बाद से इन्हे यहाँ सुरक्षित ढंग से रखा गया है, पर वैज्ञानिकों को ये लेने की अनुमति है। इन सभी आविष्कारों को [[Special:MyLanguage/golden age|स्वर्ण युग]] (golden age) में मानव जाति के प्रयोग हेतु सामने लाया जाएगा - जब मनुष्य लालच, स्वार्थ, युद्ध और गलत वित्तीय नीतियों के माध्यम से दूसरों को नियंत्रित करने की इच्छा का त्याग करेगा। | ||
जब दुनिया के राष्ट्रों पर सज्जन पुरुषों का नियंत्रण होगा तो दिव्यगुरु सदियों से संरक्षित की गयी जानकारी के इस विशाल भंडार को पृथ्वी के लिए उपलब्ध कराएंगे। सभी जानकारी दिव्यगुरूओं के आश्रयस्थलों पर रखी गयी है जहाँ वैज्ञानिक अपने सूक्ष्म शरीरों में आते हैं। प्रकाश के छात्र भी वहां जाने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। यहाँ पर संत जर्मेन आध्यात्मिक चेतना के प्रति समर्पित जीवात्माओं के एक बड़े समूह को प्रशिक्षित कर रहे हैं। जो ज्ञान ये यहाँ अर्जित करेंगे उचित समय आने पर उसे वे मानवजाति की सहायता-हेतु बाहरी चेतना में उतार देंगे। | जब दुनिया के राष्ट्रों पर सज्जन पुरुषों का नियंत्रण होगा तो दिव्यगुरु सदियों से संरक्षित की गयी जानकारी के इस विशाल भंडार को पृथ्वी के लिए उपलब्ध कराएंगे। सभी जानकारी दिव्यगुरूओं के आश्रयस्थलों पर रखी गयी है जहाँ वैज्ञानिक अपने सूक्ष्म शरीरों में आते हैं। प्रकाश के छात्र भी वहां जाने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। यहाँ पर संत जर्मेन आध्यात्मिक चेतना के प्रति समर्पित जीवात्माओं के एक बड़े समूह को प्रशिक्षित कर रहे हैं। जो ज्ञान ये यहाँ अर्जित करेंगे उचित समय आने पर उसे वे मानवजाति की सहायता-हेतु बाहरी चेतना में उतार देंगे। |
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