6,036
edits
(Created page with "पृथ्वी, वायु, अग्नि और जल के जीव; प्रकृति की वो आत्माएँ जो पृथ्वी पर जीवात्मा के विकास और उत्थान के लिए में भौतिक स्तर की स्थापना और रखरखाव करती हैं, तथा ईश्वर और मनुष्य की सेवक हैं। अग...") |
(No difference)
|
edits