6,998
edits
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary Tags: Mobile edit Mobile web edit |
||
Line 33: | Line 33: | ||
{{Main-hi|Crystal cord|क्रिस्टल कॉर्ड}} | {{Main-hi|Crystal cord|क्रिस्टल कॉर्ड}} | ||
चांदी (या क्रिस्टल) की डोर, जीवन की धारा, या "जीवनधारा" है, | चांदी (या क्रिस्टल) की डोर, जीवन की धारा, या "जीवनधारा" है, ईश्वरीय स्वरुप के हृदय और उच्च चेतना के माध्यम से, सात चक्रों और हृदय के गुप्त कक्ष से होती हुई, जीवात्मा और उसके चार निचले शरीरों के पालन-पोषण (nourishment) के लिए उतरती है। इस "नाभि रज्जु" (umbilical cord) के द्वारा ही ईश्वरीय स्वरुप का प्रकाश | ||
[[Special:MyLanguage/crown chakra|सहस्त्रार चक्र]] (crown chakra) से मनुष्य के अस्तित्व में प्रवेश करता है और प्रवाहित होता है। यही हृदय के गुप्त कक्ष में स्थित त्रिज्योति लौ को स्पंदन के लिए प्रेरणा भी देता है। | [[Special:MyLanguage/crown chakra|सहस्त्रार चक्र]] (crown chakra) से मनुष्य के अस्तित्व में प्रवेश करता है और प्रवाहित होता है। यही हृदय के गुप्त कक्ष में स्थित त्रिज्योति लौ को स्पंदन के लिए प्रेरणा भी देता है। | ||
edits