26,417
edits
PeterDuffy (talk | contribs) No edit summary |
PeterDuffy (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 23: | Line 23: | ||
निचली आकृति एक [[Special:MyLanguage/tube of light|प्रकाश की टयूब]] (tube of light) से घिरी हुई है - जब आप प्रार्थना करते हैं तो उत्तर में ईश्वरीय स्वरुप के हृदय श्वेत प्रकाश के रूप में प्रस्तावित (project) होती है। यह श्वेत प्रकाश का एक सिलेंडर है जो 24 घंटे आपके आसपास सुरक्षा का बल क्षेत्र बनाए रखता है। यह सुरक्षा तभी मिलती है जब आप अपने विचार, भावना, शब्द और कर्म में सामंजस्य (harmony) बनाए रखते हैं। | निचली आकृति एक [[Special:MyLanguage/tube of light|प्रकाश की टयूब]] (tube of light) से घिरी हुई है - जब आप प्रार्थना करते हैं तो उत्तर में ईश्वरीय स्वरुप के हृदय श्वेत प्रकाश के रूप में प्रस्तावित (project) होती है। यह श्वेत प्रकाश का एक सिलेंडर है जो 24 घंटे आपके आसपास सुरक्षा का बल क्षेत्र बनाए रखता है। यह सुरक्षा तभी मिलती है जब आप अपने विचार, भावना, शब्द और कर्म में सामंजस्य (harmony) बनाए रखते हैं। | ||
[[Special:MyLanguage/secret chamber of | [[Special:MyLanguage/secret chamber of the heart|आपके हृदय का गुप्त कक्ष]] (secret chamber of your heart) [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिज्योति लौ]] (threefold flame) का शांति स्थल है। यह आपके ईश्वरीय स्वरुप द्वारा दी गयी दिव्य चिंगारी (divine spark), चेतना, ईश्वरीय इच्छा (free will) और जीवन का उपहार है। आपकी त्रिज्योति लौ में निहित ईश्वरीय प्रेम, ज्ञान-विवेक और शक्ति के माध्यम से आपकी जीव-आत्मा पृथ्वी पर रहने के अपने उद्देश्य को पूरा कर सकती है। इसे चैतन्य लौ, लिबर्टी की लौ (liberty flame) और फ़्लूर-डी-लिस (fleur-de-lis) भी कहा जाता है। त्रिज्योति लौ जीव-आत्मा में दिव्यता की चिंगारी और [[Special:MyLanguage/Christhood|ईश्वरत्व]] पाने के लिए आत्मा की सामर्थता है। | ||
निचली आकृति [[Special:MyLanguage/son of man|मनुष्य]] में प्रकाश के गुणों को अपने "[[Special:MyLanguage/Tree of Life|जीवन के वृक्ष]] (Causal body or Tree of Life) के तले विकसित होने के बारे में बताती है"। निचली आकृति जीव-आत्मा है जो आत्मा का ही रूप है - ऐसा इसलिए क्योंकि जीवात्मा और चार निचले शरीर ईश्वर का मंदिर माने जाते हैं। [[Special:MyLanguage/violet flame|वायलेट लौ]] ईश्वर की आध्यात्मिक अग्नि है जो जीवात्मा को शुद्ध करके अपने में समेट लेती है। आप अपनी कल्पना में स्वयं को खड़ी अवस्था में वायलेट लौ से घिरे हुए देखें। अपने चार निचले शरीरों को शुद्ध करने के लिए - अपने ईश्वरीय स्वरुप और उच्च चेतना को जागृत करके आप प्रतिदिन वायलेट लौ का आह्वाहन कर सकते हैं। इससे आपके नकारात्मक विचार, भावनाएं और कर्म धीरे-धीरे नष्ट होने लगेंगे और [[Special:MyLanguage/alchemical marriage|जीवात्मा के आत्मा से मिलन]] की प्रक्रिया को बढ़ोतरी मिलेगी। | निचली आकृति [[Special:MyLanguage/son of man|मनुष्य]] में प्रकाश के गुणों को अपने "[[Special:MyLanguage/Tree of Life|जीवन के वृक्ष]] (Causal body or Tree of Life) के तले विकसित होने के बारे में बताती है"। निचली आकृति जीव-आत्मा है जो आत्मा का ही रूप है - ऐसा इसलिए क्योंकि जीवात्मा और चार निचले शरीर ईश्वर का मंदिर माने जाते हैं। [[Special:MyLanguage/violet flame|वायलेट लौ]] ईश्वर की आध्यात्मिक अग्नि है जो जीवात्मा को शुद्ध करके अपने में समेट लेती है। आप अपनी कल्पना में स्वयं को खड़ी अवस्था में वायलेट लौ से घिरे हुए देखें। अपने चार निचले शरीरों को शुद्ध करने के लिए - अपने ईश्वरीय स्वरुप और उच्च चेतना को जागृत करके आप प्रतिदिन वायलेट लौ का आह्वाहन कर सकते हैं। इससे आपके नकारात्मक विचार, भावनाएं और कर्म धीरे-धीरे नष्ट होने लगेंगे और [[Special:MyLanguage/alchemical marriage|जीवात्मा के आत्मा से मिलन]] की प्रक्रिया को बढ़ोतरी मिलेगी। |