6,976
edits
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary Tags: Mobile edit Mobile web edit |
||
Line 13: | Line 13: | ||
'''गतिशील दिव्य आदेश''' (dynamic decree)ईश्वर के समक्ष उसकी स्तुति और याचिका के रूप में अर्पण करते हैं। इसके शब्द [[Special:MyLanguage/spoken Word|उच्चारित शब्दों]] (spoken Word) के विज्ञान पर आधारित हैं जो हमें बहुत कुछ उपलब्ध करा सकते हैं।<ref>James ५:१६.</ref> गतिशील दिव्य आदेश वह साधन है जिसके द्वारा प्रार्थनाकर्ता ईश्वर के वचन को समझता है - तब वह सृष्टिकर्ता की मूल आज्ञा "अब यहाँ प्रकाश हो: और वह जगह प्रकाशित हो गई” (Let there be light: and there was light). <ref>Gen. १:३.</ref> | '''गतिशील दिव्य आदेश''' (dynamic decree)ईश्वर के समक्ष उसकी स्तुति और याचिका के रूप में अर्पण करते हैं। इसके शब्द [[Special:MyLanguage/spoken Word|उच्चारित शब्दों]] (spoken Word) के विज्ञान पर आधारित हैं जो हमें बहुत कुछ उपलब्ध करा सकते हैं।<ref>James ५:१६.</ref> गतिशील दिव्य आदेश वह साधन है जिसके द्वारा प्रार्थनाकर्ता ईश्वर के वचन को समझता है - तब वह सृष्टिकर्ता की मूल आज्ञा "अब यहाँ प्रकाश हो: और वह जगह प्रकाशित हो गई” (Let there be light: and there was light). <ref>Gen. १:३.</ref> | ||
मन में विश्वास और आशा रखकर, प्रेम और आनंद के साथ बोली गई गतिशील दिव्य आदेश (dynamic decree) से प्रार्थनाकर्ता ईश्वर के वचनो को रोपित (engraft) करता है और [[Special:MyLanguage/Holy Spirit|पवित्र आत्मा]] की पवित्र अग्नि के द्वारा नकरात्मक कर्मो के [[Special:MyLanguage/transmutation|रूपांतरण]] का अनुभव करता है।<ref>I Cor. 3:13–15; I Pet. 1:7.</ref> इससे उसके सारे दुष्कर्म, रोग और मृत्यु पवित्र अग्नि में नष्ट हो जाते हैं और जीवात्मा अपनी आत्मा संरक्षित रहती है। | मन में विश्वास और आशा रखकर, प्रेम और आनंद के साथ बोली गई गतिशील दिव्य आदेश (dynamic decree) से प्रार्थनाकर्ता ईश्वर के वचनो को रोपित (engraft) करता है और [[Special:MyLanguage/Holy Spirit|पवित्र आत्मा]] की पवित्र अग्नि के द्वारा नकरात्मक कर्मो के [[Special:MyLanguage/transmutation|रूपांतरण]] (transmutation) का अनुभव करता है।<ref>I Cor. 3:13–15; I Pet. 1:7.</ref> इससे उसके सारे दुष्कर्म, रोग और मृत्यु पवित्र अग्नि में नष्ट हो जाते हैं और जीवात्मा अपनी आत्मा संरक्षित रहती है। | ||
दिव्य आदेश (decree) व्यक्तिगत रूपांतरण, आत्म-ज्ञान और ग्रहों के रूपांतर के लिए रसायन शास्त्रियों का साधन भी है और तरीक़ा भी। | दिव्य आदेश (decree) व्यक्तिगत रूपांतरण, आत्म-ज्ञान और ग्रहों के रूपांतर के लिए रसायन शास्त्रियों का साधन भी है और तरीक़ा भी। |
edits