10,464
edits
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
||
| Line 1: | Line 1: | ||
<languages /> | <languages /> | ||
1. '''ईश्वरीय स्वरुप के प्रकाश से घिरी हुई स्त्री ( या पुरुष )''' (Rev. १२) [[Special:MyLanguage/Aquarian age|कुंभ युग]] (Aquarian age) में [[Special:MyLanguage/Universal Christ|सार्वभौमिक | 1. '''ईश्वरीय स्वरुप के प्रकाश से घिरी हुई स्त्री (या पुरुष)''' (Rev. १२) [[Special:MyLanguage/Aquarian age|कुंभ युग]] (Aquarian age) में [[Special:MyLanguage/Universal Christ|सार्वभौमिक चेतना]] (Universal Christ) का बाल रूप है। यह उन सभी [[Special:MyLanguage/sons and daughters of God|ईश्वर के पुत्र और पुत्रियाँ]] में भी है जिनकी नियति [[Special:MyLanguage/Christ consciousness|आत्मिक चेतना]] को पृथ्वी के विकास पर केंद्रित करने की है। | ||
२. हृदय में जन्म लेने वाला '''चैतन्य बालक''' और वे आत्माएं जो चैतन्य व्यक्ति के रूप में पैदा हुई हैं, जो अपने पिछले जन्मों में [[Special:MyLanguage/alchemical marriage|रासायनिक विलय]] की [[Special:MyLanguage/initiation|दीक्षा]] प्राप्त कर चुके हैं - यानी की [[Special:MyLanguage/Ruby Ray|रूबी रे]] के पथ का अनुसरण करते हुए जीवात्मा को [[Special:MyLanguage/Holy Christ Self|पवित्र आत्मिक स्व]] के साथ संलगन कर चुके हैं। | २. हृदय में जन्म लेने वाला '''चैतन्य बालक''' और वे आत्माएं जो चैतन्य व्यक्ति के रूप में पैदा हुई हैं, जो अपने पिछले जन्मों में [[Special:MyLanguage/alchemical marriage|रासायनिक विलय]] की [[Special:MyLanguage/initiation|दीक्षा]] प्राप्त कर चुके हैं - यानी की [[Special:MyLanguage/Ruby Ray|रूबी रे]] के पथ का अनुसरण करते हुए जीवात्मा को [[Special:MyLanguage/Holy Christ Self|पवित्र आत्मिक स्व]] के साथ संलगन कर चुके हैं। | ||
edits