1,605
edits
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary |
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
इन युगों के दौरान, संत जर्मेन पृथ्वी पर अवतरित होते रहे परन्तु पोर्शिया प्रकाश के सप्तकों में ही रहीं। १६८४ में [[Special:MyLanguage/Rakoczy Mansion|राकोजी मेंशन]] से अपने उत्थान के बाद, संत जर्मेन ने भी अपनी समरूप जोड़ी पोर्शिया के तरह प्रकाश के सप्तक में प्रवेश कर लिया। संत जर्मेन ने ''द मर्चेंट ऑफ वेनिस'' में पोर्शिया का नाम अंकित किया था। | इन युगों के दौरान, संत जर्मेन पृथ्वी पर अवतरित होते रहे परन्तु पोर्शिया प्रकाश के सप्तकों में ही रहीं। १६८४ में [[Special:MyLanguage/Rakoczy Mansion|राकोजी मेंशन]] (Rakoczy Mansion) से अपने उत्थान के बाद, संत जर्मेन ने भी अपनी समरूप जोड़ी पोर्शिया के तरह प्रकाश के सप्तक में प्रवेश कर लिया। संत जर्मेन ने ''द मर्चेंट ऑफ वेनिस'' में पोर्शिया का नाम अंकित किया था। |
edits