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(Created page with "</blockquote> आस्था के महान कारण शरीर की शक्ति की सहायता मैं तुम्हें सुरक्षित कर रहा हूँ। अपने हृदय की ज्वाला का प्रयोग कर मैं तुम्हें सम्पूर्ण सुरक्षा दे रहा हूँ। यदि तुम प्रतिदिन पूरी श्र...") |
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१९९४ में इन्होंने प्रतिदिन बीस मिनट के लिए डिक्री करने का अनुरोध किया था | १९९४ में इन्होंने प्रतिदिन बीस मिनट के लिए डिक्री करने का अनुरोध किया था | ||
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आस्था के महान कारण शरीर की शक्ति की सहायता मैं तुम्हें सुरक्षित कर रहा हूँ। अपने हृदय की ज्वाला का प्रयोग कर मैं तुम्हें सम्पूर्ण सुरक्षा दे रहा हूँ। यदि तुम प्रतिदिन पूरी श्रद्धा से कम से कम २० मिनट के लिए डिक्री करोगे तो मैं तुम्हारी सुरक्षा की गारंटी लूंगा। और जब तुम विश्व के सभी देशों और जीवात्माओं के लिए महादेवदूत माइकल की डिक्री और गाने गाओगे या कैसेट पर सुनोगे तब मैं अपने सभी रौशनी के गुटों को तुम्हारे पास भेजूंगा - तब तुम अपने जीवन में ऐसे-ऐसे सत्कार्यों को होते देखोगो जिनकी तुमने कल्पना भी नहीं की होगी। तब तुम ये भी अनुभव करोगे कि तुम्हे बहुत पहले से डिक्री करना शुरू करना चाहिए था।<ref>महादेवदूत माइकल, “टेक ओप्पोर्तुनिटी!” {{POWref|३७|४१|, ९ अक्टूबर १९९४}}</ref> | |||
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