1,857
edits
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary Tags: Mobile edit Mobile web edit |
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 25: | Line 25: | ||
== आकाशीय स्तर पर सतयुग (The golden age on the etheric plane) == | == आकाशीय स्तर पर सतयुग (The golden age on the etheric plane) == | ||
यदि हम पृथ्वी के आकाशीय स्तर में देखें तो हम समझ पाएंगे सतयुग आज एक वास्तविकता है। सतयुग की रूपरेखा हमारे ग्रह पर पूरी होने के इंतज़ार में है। आज मनुष्य के पास यह विकल्प है कि वह या तो सतयुगीन समाज को ओर जाए या फिर निचले तलों पर जा कर पतन का शिकार हो। दिव्यगुरुओं की शिक्षाएँ हमें यह बताती हैं कि हम सतयुग की चेतना को कैसे महसूस कर सकते हैं। | यदि हम पृथ्वी के आकाशीय स्तर में देखें तो हम समझ पाएंगे सतयुग आज एक वास्तविकता है। सतयुग की रूपरेखा हमारे ग्रह पर पूरी होने के इंतज़ार में है। आज मनुष्य के पास यह विकल्प है कि वह या तो सतयुगीन समाज को ओर जाए या फिर निचले तलों पर जा कर पतन का शिकार हो। दिव्यगुरुओं की शिक्षाएँ हमें यह बताती हैं कि हम सतयुग की चेतना को हम कैसे क्रमिक (step-by-step) महसूस कर सकते हैं। | ||
<span id="Individual_golden_ages"></span> | <span id="Individual_golden_ages"></span> |
edits