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बाइबिल में तो नहीं, पर कई अन्य शास्त्रों और धार्मिक लेखों जैसे कि [[Special:MyLanguage/Gnostic gospels|गनोस्टिक गॉस्पेल]], [[Special:MyLanguage/Gospel of Thomas|गॉस्पेल ऑफ थॉमस]] और [[Special:MyLanguage/Secret Gospel of Mark|सीक्रेट गॉस्पेल ऑफ मार्क]] में लिखा है कि धर्मगुरुओं ने [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] द्वारा दी गई एक उन्नत शिक्षा को गुप्त रखा। यह शिक्षा ईसा मसीह ने अपने कुछ करीबी लोगों को ही दी थी। सेंट पॉल द्वारा कहा गया वाक्य "हम परमेश्वर के ज्ञान को एक रहस्य मानते हैं, एक गुप्त ज्ञान, जिसे परमेश्वर ने संसार बनाने से पहले ही हमारे लिए निर्मित किया था”?, क्या इसी बात को दर्शाता है? <ref>I कौर. २:७.</ref> | बाइबिल में तो नहीं, पर कई अन्य शास्त्रों और धार्मिक लेखों जैसे कि [[Special:MyLanguage/Gnostic gospels|गनोस्टिक गॉस्पेल]], [[Special:MyLanguage/Gospel of Thomas|गॉस्पेल ऑफ थॉमस]] और [[Special:MyLanguage/Secret Gospel of Mark|सीक्रेट गॉस्पेल ऑफ मार्क]] में लिखा है कि धर्मगुरुओं ने [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] द्वारा दी गई एक उन्नत शिक्षा को गुप्त रखा। यह शिक्षा ईसा मसीह ने अपने कुछ करीबी लोगों को ही दी थी। सेंट पॉल द्वारा कहा गया वाक्य "हम परमेश्वर के ज्ञान को एक रहस्य मानते हैं, एक गुप्त ज्ञान, जिसे परमेश्वर ने संसार बनाने से पहले ही हमारे लिए निर्मित किया था”?, क्या इसी बात को दर्शाता है? <ref>I कौर. २:७.</ref> | ||
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== इसे भी देखिये == | |||
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