Jump to content

Pearls of Wisdom/hi: Difference between revisions

no edit summary
(Created page with "{{POWref|२६|४|, १ जनवरी १९८९}}")
No edit summary
Line 1: Line 1:
<languages />
<languages />
{{DISPLAYTITLE:''पर्ल्स ऑफ़ विजडम''}}'''''पर्ल्स ऑफ़ विजडम''''' एक साप्ताहिक निर्देश पत्र हैं जो [[Special:MyLanguage/ascended master|दिव्यगुरू]] अपने [[Special:MyLanguage/messenger|सन्देश वाहकों]] [[Special:MyLanguage/Mark L. Prophet|मार्क]] और [[Special:MyLanguage/Elizabeth Clare Prophet|एलिजाबेथ प्रोफेट]] को लिखवाते हैं। ये पत्र सम्पूर्ण विश्व में आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले दिव्यगुरूओं के शिष्यों के लिए हैं।  
{{DISPLAYTITLE:पर्ल्स ऑफ़ विजडम'' (ज्ञान के मोती)}}'''''पर्ल्स ऑफ़ विजडम''''' एक साप्ताहिक निर्देश पत्र हैं जो [[Special:MyLanguage/ascended master|दिव्यगुरू]] अपने [[Special:MyLanguage/messenger|सन्देश वाहकों]] [[Special:MyLanguage/Mark L. Prophet|मार्क]] और [[Special:MyLanguage/Elizabeth Clare Prophet|एलिजाबेथ प्रोफेट]] को लिखवाते हैं। ये पत्र सम्पूर्ण विश्व में आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले दिव्यगुरूओं के शिष्यों के लिए हैं।  


[[Special:MyLanguage/Great White Brotherhood|ग्रेट व्हाइट ब्रदरहुड]] की [[Special:MyLanguage/Darjeeling Council|दार्जिलिंग परिषद]] ने श्रुतलेख के माध्यम से अपनी शिक्षाओं के बारे में दोनों संदेशवाहकों, मार्क और एलिजाबेथ प्रोफेट, को बताया है। १९५८ से शुरू हुए ये श्रुतलेख एक गुरु और उसके [[Special:MyLanguage/chela|चेले]] के बीच अंतरंग संपर्क, दिल से दिल तक का संबंध हैं। इनमें [[Special:MyLanguage/cosmic law|ब्रह्मांडीय कानून]] की मौलिक और उन्नत दोनों ही तरह की शिक्षाएँ शामिल हैं, तथा इनमें ये भी बताया गया है कि मनुष्य किस प्रकार इन शिक्षाओं का उपयोग अपने व्यक्तिगत जीवन की मुश्किलों एवं ग्रह संबंधी समस्याओं को सुलझाने के लिए कर सकता है।
[[Special:MyLanguage/Great White Brotherhood|ग्रेट व्हाइट ब्रदरहुड]] की [[Special:MyLanguage/Darjeeling Council|दार्जिलिंग परिषद]] ने श्रुतलेख के माध्यम से अपनी शिक्षाओं के बारे में दोनों संदेशवाहकों, मार्क और एलिजाबेथ प्रोफेट, को बताया है। १९५८ से शुरू हुए ये श्रुतलेख एक गुरु और उसके [[Special:MyLanguage/chela|चेले]] के बीच अंतरंग संपर्क, दिल से दिल तक का संबंध हैं। इनमें [[Special:MyLanguage/cosmic law|ब्रह्मांडीय कानून]] की मौलिक और उन्नत दोनों ही तरह की शिक्षाएँ शामिल हैं, तथा इनमें ये भी बताया गया है कि मनुष्य किस प्रकार इन शिक्षाओं का उपयोग अपने व्यक्तिगत जीवन की मुश्किलों एवं ग्रह संबंधी समस्याओं को सुलझाने के लिए कर सकता है।