Translations:John the Beloved/10/hi
वर्ष AD. 96 में डोमिनियन की मृत्यु के बाद, यूहन्ना इफिसुस लौट सका, और कई लोग मानते हैं कि उसने अपना सुसमाचार और तीन पत्र उसी समय लिखे थे, जब वह नब्बे वर्ष का था। कहा जाता है कि यूहन्ना ने अपने अंतिम वर्ष इफिसुस में बिताए, और अन्य सभी प्रेरितों से अधिक आयु में, वहीं उसकी मृत्यु हो गई। कुछ लोगों के अनुसार, वह बस "गायब" हो गया—एलियाह की तरह स्वर्ग में चला गया या धन्य कुँवारी की तरह स्वर्ग में "चला गया"। अन्य लोग उसकी कब्र की धूल से हुए चमत्कारों की गवाही देते हैं।