Mater/hi: Revision history

Diff selection: Mark the radio buttons of the revisions to compare and hit enter or the button at the bottom.
Legend: (cur) = difference with latest revision, (prev) = difference with preceding revision, m = minor edit.

9 November 2024

  • curprev 07:4607:46, 9 November 2024RajKumari talk contribs 2,892 bytes +69 Created page with "आत्मा"
  • curprev 07:4507:45, 9 November 2024RajKumari talk contribs 2,823 bytes +358 Created page with "मनुष्य, समस्त संसार तथा इस ग्रह के चार निचले शरीर चार स्तरों, चतुर्थांशों और चार ब्रह्मांडीय बलों द्वारा पदार्थ की आवृति को बनाते भी हैं तथा वहां रहते..."
  • curprev 07:3907:39, 9 November 2024RajKumari talk contribs 2,465 bytes +442 Created page with "आत्मा के स्तर से नीचे उतरने वाली जीवात्मा अपने आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास के उद्देश्य से भौतिक स्तर पर एक निश्चित समय के लिए एक निश्चित स्थान पर रहती है ताकि वह अपनी स्वतंत्र इच्छा..." Tags: Mobile edit Mobile web edit
  • curprev 07:3307:33, 9 November 2024RajKumari talk contribs 2,023 bytes +268 Created page with "परम पिता परमात्मा स्वयं के इस मातृ रूप द्वारा अपने बच्चों में त्रिदेव ज्योत के माध्यम से आत्मिक चेतना को एक विकसित करता है। त्रिदेव ज्योत ही वह दिव्य चिंगारी है जो मा..."
  • curprev 07:2607:26, 9 November 2024RajKumari talk contribs 1,755 bytes +528 Created page with "[लैटिन में “माँ” को ''मातृ'' कहते हैं] मातृ का अर्थ है ईश्वर की ज्वाला का मूर्त रूप में प्रकट होना। इसके द्वारा आत्मा ईश्वर की स्त्रियोचित ध्रुवता द्वारा 'शारीरिक रूप से' चौगुना विस्तार..."
  • curprev 07:0507:05, 9 November 2024RajKumari talk contribs 1,227 bytes +1,227 Created page with "मात्र"