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El Morya/hi: Difference between revisions

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=== समिट लाइटहाउस की स्थापना ===
=== समिट लाइटहाउस की स्थापना ===


१९२० और १९३० के दशक के दौरान दिव्यगुरु एल मोर्या ने [[Special:MyLanguage/Nicholas and Helena Roerich|निकोलस रोरिक और हेलेना रोरिक]] (Nicholas and Helena Roerich) के साथ काम किया, जिन्होंने कई प्रकाशित कार्यों में अपने लेखन को प्रस्तुत किया।  
१९२० और १९३० के दशक के दौरान दिव्यगुरु एल मोर्या ने [[Special:MyLanguage/Nicholas Roerich|निकोलस रोरिक और हेलेना रोरिक]] (Nicholas and Helena Roerich) के साथ काम किया, जिन्होंने कई प्रकाशित कार्यों में अपने लेखन को प्रस्तुत किया।  


एल मोर्या (El Morya) ने १९५८ में वाशिंगटन, डी.सी.(Washington, D.C.) में द समिट लाइटहाउस (The Summit Lighthouse) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य सन्देश वाहकों (Messengers) मार्क और एलिजाबेथ प्रोफेट (Mark and Elizabeth Prophet) को दी गई दिव्यागुरुओं की शिक्षाओं को प्रकाशित करना था। अपने विभिन्न अवतारों में ईश्वर की इच्छा के सिद्धान्तों को धरती पर स्थापित करने के उनके प्रयासों का यह एक भाग है।
एल मोर्या (El Morya) ने १९५८ में वाशिंगटन, डी.सी.(Washington, D.C.) में द समिट लाइटहाउस (The Summit Lighthouse) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य सन्देश वाहकों (Messengers) मार्क और एलिजाबेथ प्रोफेट (Mark and Elizabeth Prophet) को दी गई दिव्यागुरुओं की शिक्षाओं को प्रकाशित करना था। अपने विभिन्न अवतारों में ईश्वर की इच्छा के सिद्धान्तों को धरती पर स्थापित करने के उनके प्रयासों का यह एक भाग है।
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१९९५ में मोर्या ने बताया कि उनका [[Special:MyLanguage/chela|चेला]] बनने के लिए क्या करना पड़ता है:  
१९९५ में मोर्या ने बताया कि उनका [[Special:MyLanguage/chela|चेला]] बनने के लिए क्या करना पड़ता है:  


स्थिरता वह प्रमुख गुण है जो मुझे उन लोगों में  चाहिए जो वास्तव में मेरे साथ एक होने की इच्छा रखते हैं। प्रिय, अगर मैं आपको व्यक्तिगत रूप से प्रशिक्षित करूंगा, तो आपको मुझे अटल स्थिरता (unflinching constancy) देनी होगी जो आपके मन में ईश्वर की इच्छा की नीली लौ के अवशोषण द्वारा स्थिर स्तर बनाए रखेगी और इस तरह दिन प्रति दिन आप पहली किरण की पवित्र अग्नि में प्रवेश करोगे। आपको किसी भी डांट, किसी भी सुधार को तुरंत स्वीकार करने और फिर तत्परतापूर्वक स्वयं-सुधार करने के लिए तैयार रहना होगा। आपके पास दिव्यगुरुओं को दिव्य आदेश (decrees) देने की गति शक्ति का होना आवश्यक है जो मुख्य रूप से पहली किरण की सेवा करते हैं। आप नीले रंग दिव्य आदेशों में से कोई भी (या सभी) कर सकते हैं,
स्थिरता वह प्रमुख गुण है जो मुझे उन लोगों में  चाहिए जो वास्तव में मेरे साथ एक होने की इच्छा रखते हैं। प्रिय, अगर मैं आपको व्यक्तिगत रूप से प्रशिक्षित करूंगा, तो आपको मुझे अटल स्थिरता (unflinching constancy) देनी होगी जो आपके मन में ईश्वर की इच्छा की नीली लौ के अवशोषण (absorption) द्वारा स्थिर स्तर बनाए रखेगी और इस तरह दिन प्रति दिन आप पहली किरण की पवित्र अग्नि में प्रवेश करोगे। आपको किसी भी डांट, किसी भी सुधार को तुरंत स्वीकार करने और फिर तत्परतापूर्वक स्वयं-सुधार करने के लिए तैयार रहना होगा। आपके पास दिव्यगुरुओं को दिव्य आदेश (decrees) देने की गति शक्ति का होना आवश्यक है जो मुख्य रूप से पहली किरण की सेवा करते हैं। आप नीले रंग के दिव्य आदेशों में से कोई भी (या सभी) कर सकते हैं -
[[Special:MyLanguage/Surya|सूर्य]] (Surya) के लिए हो, या फिर [[Special:MyLanguage/Himalaya|हिमालय]] (Himalaya) के लिए; [[Special:MyLanguage/Vaivasvata|वैवस्वता]] (Vaivasvata) के लिए या फिर [[Special:MyLanguage/Archangel Michael|महादेवदूत माइकल]] के लिए।
[[Special:MyLanguage/Surya|सूर्य]] (Surya) के लिए हो, या फिर [[Special:MyLanguage/Himalaya|हिमालय]] (Himalaya) के लिए; [[Special:MyLanguage/Vaivasvata|वैवस्वता]] (Vaivasvata) के लिए या फिर [[Special:MyLanguage/Archangel Michael|महादेवदूत माइकल]] के लिए।


आप आश्वस्त रहिये कि जब आप स्वयं को नीली किरण से पूरी तरह से संतृप्त कर लेते हैं और अपने मन की हर उस अप्रत्याशित स्थिति के प्रति सचेत रखते जो आपको ईश्वर के रास्ते भटका सकती है, तो मैं आपका समर्थक बन जाता हूँ। और एक बार जब मैं किसी शिष्य का समर्थक बन जाता हूँ तो अंत तक उसका साथ नहीं छोड़ता। तो आप इस बात को समझिये कि मैं चेला बनाने के कार्य को हल्के में नहीं लेता।
आप आश्वस्त रहिये कि जब आप स्वयं को नीली किरण के गुणों से पूरी तरह से संतृप्त (saturate) कर लेते हैं और अपने मन की हर उस अप्रत्याशित (out-of-step) स्थिति के प्रति सचेत रहते हैं जो आपको ईश्वर के रास्ते से भटका सकती है, तो मैं आपका समर्थक बन जाता हूँ। और एक बार जब मैं किसी शिष्य का समर्थक (champion) बन जाता हूँ तब अंत तक उसका साथ नहीं छोड़ता। तो आप इस बात को समझिये कि मैं आपको अपना चेला बनाने के कार्य को सहजता से नहीं लेता।


आपमें से कई लोग शिष्य बनने के रास्ते पर चल रहे हैं। लेकिन मुझे आपको कई वर्षों तक, कभी-कभी जीवन भर तक, परखना होगा। जब मुझे स्वयं सर्वशक्तिमान ईश्वर से संकेत मिलेगा तब ही मैं किसी को अपना शिष्य बना सकता हूं।
आपमें से कई शिष्य बनने के रास्ते पर चल रहे हैं। लेकिन मैं आपका कई वर्षों तक, कभी-कभी जीवन भर तक, निरीक्षण करता हूँ जब तक मुझे स्वयं सर्वशक्तिमान ईश्वर से संकेत मिलता है कि मैं किसी और का बोझ अपने ऊपर ले सकता हूँ और उसे अपना शिष्य बना सकता हूँ।


आप इस बात को समझिए कि स्वयं को भगवान की इच्छा का भक्त बनाना अच्छी बात है। ऐसा होने पर आप भक्त के रूप में आगे बढ़ते जाएंगे और आपके चार निचले शरीरों और आपके जीवन की परिधि के चारों ओर नीले रंग के कई घेरे बन जाएंगे। जब आप अपने आप को जीवन की कई विषम, अस्थिर एवं विनाशकारी परिस्थितियों में भी सही रास्ते पर चलते रहते हैं तो यह सिद्ध हो जाता है कि आप एक उत्तम शिष्य हैं। तब हम दार्जीलिंग समिति में आपका स्वागत करते हैं।
प्रिय, आप इस बात को समझिए कि स्वयं को भगवान की इच्छा का सेवक बनाना बहुत गौरव की बात है। इस अवस्था में आप सेवक के रूप में आगे बढ़ते जाएंगे और आपके चार निचले शरीरों और आपके जीवन की परिधि (circumference) के चारों ओर नीले रंग के कई घेरे बन जाएंगे। जब आप जीवन की कई अस्थिर एवं विनाशकारी परिस्थितियों में भी सही रास्ते पर चलते रहते हैं तो यह सिद्ध हो जाता है कि आप एक पहले क्रम के शिष्य हैं। तब दार्जीलिंग समिति में आपका अभिषेक किया जा सकता है।


जी हाँ, ये एक बेहद खास मौका है और हर कोई अपने आप को इस लायक बना सकता है। मैं इसके बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैंने पृथ्वी का सर्वेक्षण किया है और मैंने इस कक्षा में दिए गए उपदेशों को सुना है। मैं समझता हूं कि अगर इन शिक्षाओं के अस्तित्व के बारे में लोगों को पता होगा तो बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जो इन शिक्षाओं को खोजेंगे।
जी हाँ, ये एक बहुत विशेष अवसर है और हर मनुष्य अपने आप को इस योग्य बना सकता है। मैं इसके बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैंने पृथ्वी का सर्वेक्षण किया है और इस कक्षा में दिए गए उपदेशों को सुना है। मैं समझता हूं कि अगर लोगों को इन दिव्यगुरुओं की शिक्षाओं के अस्तित्व के बारे में पता चले तो बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जो इन शिक्षाओं को खोजेंगे।


चूँकि मैं इस गतिविधि और इस पथ के लिए लाखों जीवात्माओं को प्रायोजित करने वाला हूँ, मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि पृथ्वी पर जिन लोगों ने इस समुदाय का गठन किया है वे सच्चे शिष्य हैं।<ref>एल मोर्या, "क्लीन हाउस !”{{POWref|३८|२६}}</ref></blockquote>  
क्योंकि मैं इस गतिविधि (activity) और इस पथ के लिए लाखों जीवात्माओं को प्रायोजित (sponsor) करने वाला हूँ, मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि आप और जिन लोगों ने इस संस्था की स्थापना का पृथ्वी लोक पर आधार बनाया है वे मेरे सच्चे शिष्य हैं।<ref>एल मोर्या, "क्लीन हाउस !”{{POWref|३८|२६}}</ref></blockquote>  


[[File:El capitan and merced river in Yosemite.jpg|thumb|alt=caption|एल कैपिटन, योसेमाइट नेशनल पार्क]]
[[File:El capitan and merced river in Yosemite.jpg|thumb|alt=caption|एल कैपिटन, योसेमिटी नेशनल पार्क]]


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<span id="El_Morya’s_retreats"></span>
== एल मोर्या के आश्रय स्थल ==
== एल मोर्या के आश्रय स्थल ==


{{main-hi|Temple of Good Will|टेम्पल ऑफ़ गुडविल}}
{{main-hi|Temple of Good Will|सदभावना का मंदिर}}


ग्रेट व्हाइट ब्रदरहुड की दार्जिलिंग समिति के प्रमुख के रूप में, मोर्या दार्जिलिंग में अपने आश्रय स्थल, रिट्रीट ऑफ़ ऑफ गॉड्स विल में गोलमेज बैठकों की अध्यक्षता करते हैं। यहाँ दुनिया के राजनेताओं की आत्माएं और ईश्वर की इच्छा में निष्ठा रखने वाले पुरुष और महिलाएं इनके अधीन अध्ययन करने के लिए एकत्रित होते हैं।  
श्वेत महासंघ (Great White Brotherhood) की दार्जिलिंग समिति के प्रमुख के रूप में, मोर्या दार्जिलिंग में अपने आश्रय स्थल, जिसे ईश्वर की इच्छा का आश्रय स्थल (Retreat of God’s Will) कहते हैं, वँहा गोलमेज बैठकों की अध्यक्षता करते हैं। यहाँ दुनिया के राजनेता और ईश्वर की इच्छा में निष्ठा रखने वाले पुरुष और महिलाएं अपने सूक्ष्म शरीरों में उनसे शिक्षा प्राप्त करने के लिए एकत्रित होते हैं।  


मोर्या का दूसरा आश्रय स्थल [[Special:MyLanguage/El Morya’s Retreat in El Capitan, Yosemite Valley|एल कैपिटन, योसेमाइट वैली]], कैलिफोर्निया में है  
मोर्या का दूसरा आश्रय स्थल [[Special:MyLanguage/El Morya’s Retreat in El Capitan, Yosemite Valley|एल कैपिटन, योसेमिटी वैली]] (El Capitan, in Yosemite Valley), कैलिफोर्निया में है  


सर एडवर्ड एल्गर ने अपनी संगीत रचना "पोम्प एंड सर्कमस्टेंस" में एल मोर्या का [[Special:MyLanguage/keynote|मूलराग]] प्रस्तुत किया है - यह राग उनकी [[Special:MyLanguage/Electronic Presence|इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति]] की आवृत्तियों को आकर्षित करता है। नीले गुलाब और फोरगट-मी-नॉट एल मोर्या  के फूल हैं, और उनकी सुगंध चंदन की है।
सर एडवर्ड एल्गर (Sir Edward Elgar) ने अपनी संगीत रचना "पोम्प एंड सर्कमस्टेंस" (Pomp and Circumstance) में एल मोर्या का [[Special:MyLanguage/keynote|मूलराग]] (keynote) प्रस्तुत किया है - यह राग उनकी [[Special:MyLanguage/Electronic Presence|इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति]] (Electronic Presence) की आवृत्तियों (frequencies) को आकर्षित करता है। नीले गुलाब और फोरगट-मी-नॉट (forget-me-not) एल मोर्या  के फूल हैं, और उनकी सुगंध चंदन की है।


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