Translations:Avatar/13/hi: Difference between revisions

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पृथ्वी पर हमेशा कोई न कोई अवतार रहा ही है। लेकिन यह महान परिवर्तन और महान आवश्यकता का समय है। यह वह समय है जब आप जैसे लोग - जिन्हे हज़ारों सालों से समय समय पर ईश्वर की शांति, सद्भाव और ज्ञान का प्रकाश मिलता रहा है,यह वह समय है जब [[Special:MyLanguage/Adam Kadmon|मनुष्य जाति अपना दिव्य आदिरूप]] (Adam Kadmon) बनने का बीड़ा उठायें। इसलिए हो सकता है कोई अवतार पृथ्वी पर तब तक ना उतरे जब  तक कि कई बार जन्म ले चुकी अनुभवी जीवात्माएं अपने पवित्र कर्मों से पृथ्वी को ऐसा चुम्बकीय क्षेत्र बना दें जो आत्मा को इस ओर खींचे।
पृथ्वी पर हमेशा कोई न कोई अवतार रहा ही है। लेकिन यह महान परिवर्तन और महान आवश्यकता का समय है। यह वह समय है जब आप जैसे लोग - जिन्हे हज़ारों सालों से समय समय पर ईश्वर की शांति, सद्भाव (harmony) और ज्ञान का प्रकाश मिलता रहा है,यह वह समय है जब [[Special:MyLanguage/Adam Kadmon|मनुष्य जाति अपना दिव्य आदिरूप]] (Adam Kadmon) बनने का बीड़ा उठायें। इसलिए हो सकता है कोई अवतार पृथ्वी पर तब तक ना उतरे जब  तक कि कई बार जन्म ले चुकी अनुभवी जीवात्माएं अपने पवित्र कर्मों से पृथ्वी को ऐसा चुम्बकीय क्षेत्र बना दें जो आत्मा को इस ओर खींचे।

Latest revision as of 14:21, 21 December 2023

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Message definition (Avatar)
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Earth has not been without the avatara. But this is an hour of great transition and great requirement where those who have been the recipients time and again, such as you, of the presence and the peace, the harmony and the enlightenment of such as we, must now receive the torch to be and to become all that you have witnessed of the [[Adam Kadmon]] for many hundreds of thousands of years upon earth. Thus no new avatara may descend except there be the magnet upon earth of the inner alchemy of the Spirit in those who are the ancient souls who have returned again and again.

पृथ्वी पर हमेशा कोई न कोई अवतार रहा ही है। लेकिन यह महान परिवर्तन और महान आवश्यकता का समय है। यह वह समय है जब आप जैसे लोग - जिन्हे हज़ारों सालों से समय समय पर ईश्वर की शांति, सद्भाव (harmony) और ज्ञान का प्रकाश मिलता रहा है,यह वह समय है जब मनुष्य जाति अपना दिव्य आदिरूप (Adam Kadmon) बनने का बीड़ा उठायें। इसलिए हो सकता है कोई अवतार पृथ्वी पर तब तक ना उतरे जब तक कि कई बार जन्म ले चुकी अनुभवी जीवात्माएं अपने पवित्र कर्मों से पृथ्वी को ऐसा चुम्बकीय क्षेत्र बना दें जो आत्मा को इस ओर खींचे।