Translations:El Morya/10/hi: Difference between revisions
(Created page with "ईश्वर के बुलावे पर अब्राहम ने मेसोपोटामिया की संस्कृति और पंथ को त्याग सुमेरिया के शहर उर से प्रस्थान किया। गौर करने की बात यह है कि उस समय सुमेरियन सभ्यता अपनी चरम सीमा पर...") |
JaspalSoni (talk | contribs) No edit summary |
||
(6 intermediate revisions by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
ईश्वर के बुलावे पर अब्राहम ने मेसोपोटामिया की संस्कृति और पंथ को त्याग सुमेरिया के शहर [[Special:MyLanguage/Ur|उर]] से प्रस्थान किया। | ईश्वर के बुलावे पर अब्राहम ने मेसोपोटामिया (Mesopotamia) की संस्कृति और पंथ को त्याग सुमेरिया (Sumerian) के शहर [[Special:MyLanguage/Ur|उर]] से प्रस्थान किया। उस समय सुमेरियन सभ्यता अपनी चरम सीमा पर थी। ईश्वर ने उसे उस देश की यात्रा करने के लिए कहा जो वह उसे दिखाएंगें। उससे एक महान राष्ट्र बनाने का वादा किया। द बुक ऑफ़ जेनेसिस (The Book of Genesis) में उनका वर्णन एक समृद्ध व्यक्ति के रूप में किया गया है जो पशु समूह और समुदायों के प्रमुख थे और अपनी एक निजी सेना रखते थे। पड़ोसी समुदायों के नेता उन्हें एक शक्तिशाली राजकुमार के रूप में मानते थे। |
Latest revision as of 10:15, 6 April 2024
ईश्वर के बुलावे पर अब्राहम ने मेसोपोटामिया (Mesopotamia) की संस्कृति और पंथ को त्याग सुमेरिया (Sumerian) के शहर उर से प्रस्थान किया। उस समय सुमेरियन सभ्यता अपनी चरम सीमा पर थी। ईश्वर ने उसे उस देश की यात्रा करने के लिए कहा जो वह उसे दिखाएंगें। उससे एक महान राष्ट्र बनाने का वादा किया। द बुक ऑफ़ जेनेसिस (The Book of Genesis) में उनका वर्णन एक समृद्ध व्यक्ति के रूप में किया गया है जो पशु समूह और समुदायों के प्रमुख थे और अपनी एक निजी सेना रखते थे। पड़ोसी समुदायों के नेता उन्हें एक शक्तिशाली राजकुमार के रूप में मानते थे।