Translations:Dweller-on-the-threshold/7/hi: Difference between revisions

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आवश्यक बात यह है कि शिक्षक और गुरु [[Special:MyLanguage/Sanat Kumara|सनत कुमार]] (Sanat Kumara) जो हमारे साथ हैं दीक्षा के [[Special:MyLanguage/Path|मार्ग]] (Path) पर चल रहे प्रत्येक मानव के लिए भौतिक और आध्यात्मिक स्तर पर संतुलन बनाये रखें ताकि मनुष्य "मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप' का सामना कर पाएं। ये बात [[Special:MyLanguage/Maitreya|मैत्रेय]] (Maitreya) के सन्देश वाहक में शारीरिक रूप से दिखाती भी है।
मुख्य बात यह है कि शिक्षक और गुरु [[Special:MyLanguage/Sanat Kumara|सनत कुमार]] (Sanat Kumara) [[Special:MyLanguage/Maitreya|मैत्रेय]] (Maitreya) के सन्देश वाहक (messenger) में शारीरिक रूप के हमारे साथ हैं ताकि दीक्षा के [[Special:MyLanguage/Path|मार्ग]] (Path) से प्रेरित प्रत्येक मनुष्य भौतिक और आध्यात्मिक स्तर पर संतुलन बनाये रखे और मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप का सामना कर सके।

Latest revision as of 09:36, 4 April 2024

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Message definition (Dweller-on-the-threshold)
The necessity for the Teacher on the [[Path]] and for the Guru [[Sanat Kumara]] with us, physically manifest in the messenger of [[Maitreya]], is to hold the balance both spiritually and in the physical octave for each individual initiate on the Path as he approaches the initiation of the encounter—face-to-face with the dweller-on-the-threshold.

मुख्य बात यह है कि शिक्षक और गुरु सनत कुमार (Sanat Kumara) मैत्रेय (Maitreya) के सन्देश वाहक (messenger) में शारीरिक रूप के हमारे साथ हैं ताकि दीक्षा के मार्ग (Path) से प्रेरित प्रत्येक मनुष्य भौतिक और आध्यात्मिक स्तर पर संतुलन बनाये रखे और मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप का सामना कर सके।