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आप में से कुछ लोगों को पक्षियों और अन्य जीव-जंतु के प्रति मेरे प्रेम के बारे में याद होगा कि कैसे वे बिना किसी डर के मेरे पास आते थे। अधिकांश जानवरों में डर मानव जाति की अपनी भावनाओं का परिणाम है जो [[Special:MyLanguage/mass mind|जन समूह चेतना]] (mass mind) के माध्यम से जानवरों पर प्रक्षेपित (project) किया गया है। पूर्व ऐतिहासिक समय से चली आ रही मनुष्य की जीवित रहने की स्वाभाविक आत्म-रक्षा की तीव्र इच्छा को बनाए रखती है। जंगली जानवरों के साथ अतीत की मुठभेड़ों की यादें एक दस्तावेज़ और एक स्वचालित प्रतिबिंब (automatic reflex) को जीवित रखती हैं जिससे मनुष्य कुछ जंगली जानवरों की उपस्थिति को महसूस करते समय रक्षात्मक मुद्रा ग्रहण कर लेता है। | आप में से कुछ लोगों को पक्षियों और अन्य जीव-जंतु के प्रति मेरे प्रेम के बारे में याद होगा कि कैसे वे बिना किसी डर के मेरे पास आते थे। अधिकांश जानवरों में डर मानव जाति की अपनी भावनाओं का परिणाम है जो [[Special:MyLanguage/mass mind|जन समूह चेतना]] (mass mind) के माध्यम से जानवरों पर प्रक्षेपित (project) किया गया है। यह पूर्व ऐतिहासिक समय से चली आ रही मनुष्य की जीवित रहने की स्वाभाविक आत्म-रक्षा की तीव्र इच्छा को बनाए रखती है। इसीलिए जंगली जानवरों के साथ अतीत की मुठभेड़ों की यादें एक दस्तावेज़ और एक स्वचालित प्रतिबिंब (automatic reflex) को जीवित रखती हैं जिससे मनुष्य कुछ जंगली जानवरों की उपस्थिति को महसूस करते समय रक्षात्मक मुद्रा ग्रहण कर लेता है। |
Latest revision as of 10:14, 6 May 2024
आप में से कुछ लोगों को पक्षियों और अन्य जीव-जंतु के प्रति मेरे प्रेम के बारे में याद होगा कि कैसे वे बिना किसी डर के मेरे पास आते थे। अधिकांश जानवरों में डर मानव जाति की अपनी भावनाओं का परिणाम है जो जन समूह चेतना (mass mind) के माध्यम से जानवरों पर प्रक्षेपित (project) किया गया है। यह पूर्व ऐतिहासिक समय से चली आ रही मनुष्य की जीवित रहने की स्वाभाविक आत्म-रक्षा की तीव्र इच्छा को बनाए रखती है। इसीलिए जंगली जानवरों के साथ अतीत की मुठभेड़ों की यादें एक दस्तावेज़ और एक स्वचालित प्रतिबिंब (automatic reflex) को जीवित रखती हैं जिससे मनुष्य कुछ जंगली जानवरों की उपस्थिति को महसूस करते समय रक्षात्मक मुद्रा ग्रहण कर लेता है।