रोशनी और विवेक की किरण कोई नाज़ुक किरण नहीं है। यह [[Special:MyLanguage/Christ mind| आत्मिक चेतना]] (Christ mind) द्वारा ईश्वरत्व तक पहुँचने का माध्यम है। ईश्वर की इच्छा और [[Special:MyLanguage/violet flame|वायलेट लौ]] (violet flame) की सहायता से जब [[Special:MyLanguage/aura|आभामंडल]] (aura) शुद्ध हो जाता है तो हृदय में रोशनी और प्रेम बढ़ने लगता है - यह प्रेम ही [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिदेव ज्योत]] को बढ़ा सकता है। हमें विवेक की किरण को भी बढ़ाना है और ईश्वरीय ऊर्जा को भी।
रोशनी और ज्ञान की किरण कोई नाज़ुक किरण नहीं है। यह [[Special:MyLanguage/Christ mind| आत्मिक चेतना]] (Christ mind) द्वारा ईश्वरत्व तक पहुँचने का माध्यम है। ईश्वर की इच्छा और [[Special:MyLanguage/violet flame|वायलेट लौ]] (violet flame) की सहायता से जब [[Special:MyLanguage/aura|आभामंडल]] (aura) शुद्ध हो जाता है तो हृदय में रोशनी और प्रेम बढ़ने लगता है - यह प्रेम ही [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिदेव ज्योत]] को बढ़ा सकता है। हमें विवेक की किरण को भी बढ़ाना है और ईश्वरीय ऊर्जा को भी।
Revision as of 10:22, 23 December 2023
रोशनी और ज्ञान की किरण कोई नाज़ुक किरण नहीं है। यह आत्मिक चेतना (Christ mind) द्वारा ईश्वरत्व तक पहुँचने का माध्यम है। ईश्वर की इच्छा और वायलेट लौ (violet flame) की सहायता से जब आभामंडल (aura) शुद्ध हो जाता है तो हृदय में रोशनी और प्रेम बढ़ने लगता है - यह प्रेम ही त्रिदेव ज्योत को बढ़ा सकता है। हमें विवेक की किरण को भी बढ़ाना है और ईश्वरीय ऊर्जा को भी।