Cave of Symbols/hi: Difference between revisions
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दर्शक कक्ष के दूर के छोर पर, एक छिपे हुए दरवाजे से व्यक्ति प्रकाश के वृत्त (Sphere) में प्रवेश करता है। यह एक गोल कमरा है जहां पवित्र अग्नि का उपयोग कमरे में प्रवेश करने वाले व्यक्ति में प्रकाश को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस कमरे के कार्य के परस्पर सम्बन्ध भारत में [[Special:MyLanguage/Great Divine Director|महान दिव्य निर्देशक]] (Great Divine Director) के | दर्शक कक्ष के दूर के छोर पर, एक छिपे हुए दरवाजे से व्यक्ति प्रकाश के वृत्त (Sphere) में प्रवेश करता है। यह एक गोल कमरा है जहां पवित्र अग्नि का उपयोग कमरे में प्रवेश करने वाले व्यक्ति में प्रकाश को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस कमरे के कार्य के परस्पर सम्बन्ध भारत में [[Special:MyLanguage/Great Divine Director|महान दिव्य निर्देशक]] (Great Divine Director) के आदेश से प्रकाश की गुफा में प्रकाश की क्रिया से है। परमाणु त्वरक के साथ मिलकर ये केंद्र शिष्यों को उनके आध्यात्मिक उत्थान के समीप लाने और उन्हें उस प्रक्रिया को तेज करने में सहायता प्रदान करने का काम करते हैं जो बाहरी दुनिया में प्राप्त नहीं की जा सकी थी। | ||
Revision as of 11:13, 16 January 2024
प्रतीकों की गुफा संत जरमेन (Saint Germain) का आश्रयस्थल है। यह स्थान अमरीका के रॉकी माउंटेन्स (Rocky Mountains) स्थित टेबल माउंटेन (Table Mountain) में है। यह पृथ्वीलोक पर आने वाले कई आविष्कारों का एक मह्त्वपूर्ण केंद्र होगा। संत जरमेन इस आश्रयस्थल के साथ अन्य दो आश्रयस्थलों का प्रयोग करते है। वे हैं: ट्रांसिल्वेनिया (Transylvania) की रकॉज़ी मैंशन (Rakoczy Mansion) और रॉयल टीटान आश्रयस्थल (Royal Teton Retreat) की प्रकाश की गुफा (Cave of Light)।
विवरण
आप एक बहुत बड़ी गुफा से होते हुए एक पहाड़ के अंदर प्रवेश करते हैं - पहाड़ गुलाबी और सफेद पत्थरों से सजा हुआ है - और दो सौ फीट चौड़े एक गुंबदाकार कक्ष में पहुँचते हैं। यह कक्ष इंद्रधनुष के सात रंगों जैसी स्टैलेक्टाइट्स (stalactites) (स्टैलेक्टाइट एक खनिज संरचना है जो गुफाओं, गर्म झरनों या पुलों और खदानों जैसी मानव निर्मित संरचनाओं की छत से लटकती है।) से ढका हुआ है। इन सतरंगी स्टैलेक्टाइट्स की बनावट गुप्त चिन्हों के जैसी है। ये गुप्त चिन्ह ईश्वर की इंद्रधनुषी किरणों एवं फ़ोहट (fohat) (ईश्वरीय व्यक्त शब्द) के उच्चारण से उत्त्पन हुई ज्यामितीय कुंजियाँ (geometric keys ) हैं। इन कुंजियों से निकलने वाली ऊर्जा सम्पूर्ण अमरीका में फैली हुई है जो यहां के लोगों पर अत्यंत महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है जो उनकी चेतना में स्वर्ण युग और खोई हुई अध्यात्मिक विरासत (inheritance) की याद दिलाती है। इस गुफा का नाम इन्हीं प्रतीकों के आधार पर पड़ा है।
सामने की दीवार पर, इस कक्ष से थोड़ी दूरी पर तीन चाप (arches) हैं, जो एक-दुसरे से बीस फीट की दूरी पर हैं: पहला रंग गहरा गुलाबी, दूसरा रंग भेदक (penetrating) सफेद और तीसरा रंग कोबाल्ट (cobalt) नीला है। ये तीनो रंग अमेरिका में आत्मिक चेतना की विजय के लिए महान ब्रह्मांडीय प्राणियों के केंद्र हैं।
संत जरमेन के साथ चलते हुए हम मध्य चाप (archway) से होते हुए एक सुरंग में प्रवेश करते हैं - यह सुरंग उनके आदेश पर खुलती है। कई सौ फुट चलने के बाद, वे हमें एक दरवाजे से साठ फुट व्यास (diameter) वाले बारह भुजाओं के एक गुम्बदाकार कमरे में ले जाते हैं जिस पर बहुत सारे प्राचीन चिन्ह हैं। बारह में से चार भुजाएं चमकदार श्वेत रंग की हैं (यह पृथ्वी के चार तत्वों और इस ग्रह के चार निचले शरीरों की आत्मिक चेतना को दर्शाती हैं)। शेष भुजाएं हल्के रंगों की हैं।
इस कमरे में एक असाधारण (fantastic) रेडियो रखा हुआ है जिसका आविष्कार महिला दिव्यगुरु लिओनोरा (Leonora) ने किया था। इस रेडियो द्वारा कोई भी इस सौर-मण्डल (solar system) के अन्य ग्रहों से और पृथ्वी पर कहीं भी, किसी से भी सम्पर्क स्थापित कर सकता है। यहाँ पर रासायनिक और विध्युत प्रयोगशालाएं हैं जहाँ वैज्ञानिकों को फ़ार्मुलों और आविष्कारों पर काम करने की अनुमति है - ये फ़ार्मुले और आविष्कार अटलांटिक महासागर के नीचे वायुरुद्ध ढंग से (hermetically) सील-बंद शहरों में रखे गए है। अटलांटिस (Atlantis) के डूबने के बाद से इन्हे वहाँ सुरक्षित ढंग से रखा गया है। इन सभी आविष्कारों को स्वर्ण युग (golden age) में मानव जाति के प्रयोग हेतु सामने लाया जाएगा - जब मनुष्य लालच, स्वार्थ, युद्ध और गलत वित्तीय नीतियों के माध्यम से दूसरों को नियंत्रित करने की इच्छा का त्याग करेगा।
जब विश्व के देशों पर दिव्य पुरुषों का प्रभुत्व होगा तो दिव्यगुरु उस जानकारी के विशाल भंडार को पृथ्वी के लोगों को उपलब्ध कराएंगे जो युगों से उनके आश्रयस्थलों में संरक्षित की गई है और जहाँ विश्व के वैज्ञानिक अपने सूक्ष्म शरीरों में आते हैं। ईश्वरीय प्रकाश के छात्र भी वहां जाने के लिए दिव्यगुरुओं अनुरोध कर सकते हैं। यहाँ पर संत जरमेन अध्यात्मिक चेतना के प्रति समर्पित जीवात्माओं के एक बड़े समूह को प्रशिक्षित करते हैं। आश्रयस्थलों से प्राप्त किये गए ज्ञान को उचित समय आने पर वे मानवजाति की सहायता-हेतु बाहरी चेतना में उतार देंगे।
आणविक गति वर्धक (The atomic accellerator)
► मुख्य लेख: असेनशन चेयर (Ascension chair)
एक सुनहरी कुर्सी है जिसे "आणविक गति वर्धक" (atomic accelerator) भी कहा जाता है। इसके माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक धाराएं चार निचले शरीरों (four lower bodies) में पारित की जाती हैं जो अणुओं और इलेक्ट्रॉनों की कंपन क्रिया को बढ़ाती हैं। महासंघ (Brotherhood) के अध्यात्मिक रास्ते पर चलने वाले वे मनुष्य जिन्होंने सेवा और प्रकाश के प्रति समर्पण से अपनी योग्यता सिद्ध की है और जो काफी मात्रा में अपने कर्मों को संतुलित कर चुके हैं,उन कर्मों के आधार पर संत जरमेन और कर्मों के देवी-देवता (Lords of Karma) एक निर्धारित अवधि के लिए उन्हें इस कुर्सी पर बैठने की अनुमति देते हैं। प्रकाश की गति चार निचले शरीरों में बढ़ने से कोई भी अपने कर्मों का एक हिस्सा संतुलित कर सकता है और केंद्र से दूर जाने वाली अणुओं की आवृत्ति (frequency) को तेज करके अशुद्ध तत्वों को बाहर निकाल सकता है।
इस प्रकार व्यक्ति के चार निचले शरीरों (four lower bodies) को उत्थान की धाराओं में त्वरित (accelerate) कर के आत्मा का उत्थान किया जा सकता है। संत जरमेन की छत्रछाया में कई जीवनधाराओं का आध्यात्मिक उत्थान इसी कमरे से हुआ है।
लिफ्ट की मदद से हम पहाड़ के मध्य में होते हुए १०० फुट नीचे उतरते हैं और एक २०-फुट व्यास वाले एक गोलाकार कमरे में पहुँचते हैं। इस कमरे से होते हुए हम एक बहुत बड़े कमरे में पहुंचते हैं जहाँ पर बड़ी बड़ी भट्टियां और मशीनें हैं। ये भट्टियां और मशीनें आश्रयस्थल के ऊपरी स्तर पर स्थित रासायनिक और विद्युत प्रयोगशालाओं में किए जाने वाले प्रायोगिक कार्य में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों का उत्पादन करतीं हैं।
ऊपरी स्तर पर गुम्बदानुमा छत का एक स्वागत कक्ष है जहाँ सोने के कमरे और एक दर्शक कक्ष है जिसकी छत गुम्बद के आकार और आसमानी रंग की है। उस पर बादलों के चित्र हैं, जो खुले आसमान में होने का आभास देते हैं। यहां एक शानदार ऑर्गन (organ) और पियानो (piano) हैं जिनका उपयोग दिव्य गुरु संगीत की सामंजस्यपूर्ण धाराओं से पृथ्वी पर लोगों का ध्यान केंद्रित करने के लिए करते हैं।
ब्रह्मांडीय दर्पण (The Cosmic Mirror)
► मुख्य लेख: ब्रह्मांडीय दर्पण (Cosmic Mirror)
ब्रह्मांडीय दर्पण क्रिस्टल चैम्बर की पूर्वी दीवार पर है। जब शिष्य आध्यात्मिक ज्ञान के एक विशेष स्तर तक पहुँच जाता है तो दिव्य गुरु उसे ब्रह्मांडीय दर्पण के सामने ले जाते हैं। ब्रह्मांडीय दर्पण उसके आकाशीय शरीर (etheric body) को दर्शाता है - पूर्व जन्मों और उसके प्रत्येक विचार, भावना, शब्द और कर्मों के कारण और दुनिया पर उनका प्रभाव - यह सब कुछ दिखाता है। ब्रह्मांडीय दर्पण उसकी दिव्य योजना (divine plan) की रूपरेखा को भी प्रतिबिंबित करता है जिसे आकाशीय शरीर पर तब रखा जाता है जब जीव-आत्मा भगवान के हृदय में जन्म लेती है। अपने पिछले जन्मों को देखने पर, शिष्य यह जान सकता है कि उसने दिव्य योजना के किस भाग को पूरा किया है। वह ये भी देख सकता है इस जन्म में कौन सी स्थितियों को ठीक करने की आवश्यकता है और उसने सकारात्मक कर्मों में कितनी वृद्धि की है जिनका प्रयोग वह अब अतीत और वर्तमान की कठिनाइयों को दूर करने के लिए कर सकता है और फिर भविष्य में अपनी दिव्य योजना को पूरा कर सकता है।
प्रकाश का क्षेत्र (The Sphere of Light)
दर्शक कक्ष के दूर के छोर पर, एक छिपे हुए दरवाजे से व्यक्ति प्रकाश के वृत्त (Sphere) में प्रवेश करता है। यह एक गोल कमरा है जहां पवित्र अग्नि का उपयोग कमरे में प्रवेश करने वाले व्यक्ति में प्रकाश को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस कमरे के कार्य के परस्पर सम्बन्ध भारत में महान दिव्य निर्देशक (Great Divine Director) के आदेश से प्रकाश की गुफा में प्रकाश की क्रिया से है। परमाणु त्वरक के साथ मिलकर ये केंद्र शिष्यों को उनके आध्यात्मिक उत्थान के समीप लाने और उन्हें उस प्रक्रिया को तेज करने में सहायता प्रदान करने का काम करते हैं जो बाहरी दुनिया में प्राप्त नहीं की जा सकी थी।
इस कमरे का कार्य भारत में महान दिव्य निदेशक के प्रभार में प्रकाश की गुफा में प्रकाश की क्रिया से संबंधित है।
रिट्रीट में भाग लेना
इस आश्रय स्थल में ब्रह्मांडीय दर्पण के सामने खड़ा होना एक बहुत ही वास्तविक और जीवंत अनुभव है। शिष्य को सभी प्रकार के भ्रम और कल्पनाओं सहित अपने कृत्रिम स्वरुप को देखने के लिए तैयार रहना होगा। उसे स्वयं की धोखाधड़ी को भी स्वीकार करना होगा जो अंहकार-वश वह स्वयं अपनी जीवात्मा के खिलाफ करता रहा है। भगवान से कुछ भी छुपाना संभव नहीं है। जो निष्कपट शिष्य इन भ्रमों से छुटकारा पाना चाहते हैं, वे ब्रह्मांडीय दर्पण के सामने खड़े होने के लिए संत जर्मेन को पुकार सकते हैं।
स्रोत
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, The Masters and Their Retreats, s.v. “प्रतीकों की गुफा” (Cave of Symbols)