Jump to content

Great Divine Director/hi: Difference between revisions

no edit summary
No edit summary
No edit summary
Tags: Mobile edit Mobile web edit
Line 2: Line 2:
[[File:0001615 great-divine-director 600.jpeg|thumb|महान दिव्य निर्देशक]]
[[File:0001615 great-divine-director 600.jpeg|thumb|महान दिव्य निर्देशक]]


'''महान दिव्य निर्देशक''' एक [[Special:MyLanguage/cosmic being|ब्रह्मांडीय जीव]] हैं। वे कहते हैं, "मुझे महान दिव्य निर्देशक के रूप में जाना जाता है क्योंकि मैंने अपनी चेतना को प्रकाश के अनेकानेक ब्रह्मांडों के लिए भगवान की दिव्य योजना के ब्रह्मांडीय चक्रों के साथ मिला दिया है।" उनका कारण शरीर एक विशाल नीला गोला (sphere) है जो पूरे पृथ्वी ग्रह को घेरे हुए है। उस गोले के क्षेत्र में आभा जाल (grids) और बलक्षेत्र (forcefields) हैं जिनके माध्यम से पृथ्वी पर ईश्वर के न्याय का वितरण होता है।
'''महान दिव्य निर्देशक''' एक [[Special:MyLanguage/cosmic being|ब्रह्मांडीय जीव]] हैं। वह कहते हैं, "मुझे महान दिव्य निर्देशक के रूप में जाना जाता है क्योंकि मैंने अपनी चेतना को प्रकाश के अनेकानेक ब्रह्मांडों के लिए भगवान की दिव्य योजना के ब्रह्मांडीय चक्रों के साथ मिला दिया है।" उनका कारण शरीर एक विशाल नीला गोला (sphere) है जो पूरे पृथ्वी ग्रह को घेरे हुए है। उस गोले के क्षेत्र में आभा जाल (grids) और बलक्षेत्र (forcefields) हैं जिनके माध्यम से पृथ्वी पर ईश्वर के न्याय का वितरण होता है।


वे बहुत पहले ही सभी दीक्षाओं में उत्तीर्ण हो सेवा के ब्रह्मांडीय स्तर पर विस्थापित हो गए थे, जिसके फलस्वरूप उन्हें [[Special:MyLanguage/seventh root race|सातवीं मूल जाति]] के [[Special:MyLanguage/manu|मनु]] बनने का योग्य माना गया। प्रत्येक मूल प्रजाति के मनु अपनी संपूर्ण जनजाति के विकास के लिए दिव्य योजना का निर्धारण करते हैं। किसी भी प्रजाति के मनु एक निश्चित अवधि में अपने अंतर्गत पृथ्वी पर आने वाली सम्पूर्ण जीवात्माओं का एक आदर्श रूप हैं - पृथ्वी पर आने वाली ये सभी जीवात्माएं उन्ही मनु की दिव्य छवि हैं। महान दिव्य निर्देशक के अंतर्गत सातवीं मूल जाति के मनुष्यों का जन्म सबसे पहले दक्षिण अमरीका में होना तय है।
वे बहुत पहले ही सभी दीक्षाओं में उत्तीर्ण हो सेवा के ब्रह्मांडीय स्तर पर विस्थापित हो गए थे, जिसके फलस्वरूप उन्हें [[Special:MyLanguage/seventh root race|सातवीं मूल जाति]] के [[Special:MyLanguage/manu|मनु]] बनने का योग्य माना गया। प्रत्येक मूल प्रजाति के मनु अपनी संपूर्ण जनजाति के विकास के लिए दिव्य योजना का निर्धारण करते हैं। किसी भी प्रजाति के मनु एक निश्चित अवधि में अपने अंतर्गत पृथ्वी पर आने वाली सम्पूर्ण जीवात्माओं का एक आदर्श रूप हैं - पृथ्वी पर आने वाली ये सभी जीवात्माएं उन्ही मनु की दिव्य छवि हैं। महान दिव्य निर्देशक के अंतर्गत सातवीं मूल जाति के मनुष्यों का जन्म सबसे पहले दक्षिण अमरीका में होना तय है।
7,261

edits