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मार्क एल प्रोफेट एवं एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट ने समिट लाइट हाउस की स्थापना १९५८ में की थी। ये दोनों ही विश्वप्रसिद्ध लेखक हैं। करीब ४० साल तक दोनों ने पूर्व और पश्चिम के दिव्यगुरूओं के बारे में सामाजिक चेतना को जागृत किया है। उन्होंने बताया है की संसार के सभी धर्म एक ही ईश्वर के पास जाने का मार्ग बतलाते है। ईश्वर को पाने के लिए आप किसी भी मार्ग का अनुसरण कर सकते हैं।  
मार्क एल प्रोफेट एवं एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट ने समिट लाइट हाउस की स्थापना १९५८ में की थी। ये दोनों ही विश्वप्रसिद्ध लेखक हैं। करीब ४० साल तक दोनों ने पूर्व और पश्चिम के दिव्यगुरूओं के बारे में सामाजिक चेतना को जागृत किया है। उन्होंने बताया है की संसार के सभी धर्म एक ही ईश्वर के पास जाने का मार्ग बतलाते है। ईश्वर को पाने के लिए आप किसी भी मार्ग का अनुसरण कर सकते हैं।  


इनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों मैं सबसे प्रमुख है वायलेट अग्नि की जानकारी एवं बोलने का महत्त्व।  जब हम बोलकर कोईपूजा या आराधना करते हैं तो उनका महत्व और असर बहुत अधिक हो जाता इनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों मैं सबसे प्रमुख है वायलेट अग्नि की जानकारी एवं बोलने का महत्त्व।  जब हम बोलकर कोईपूजा या आराधना करते हैं तो उनका महत्व और असर बहुत अधिक हो जाता है।  इन दोनों ने सौ से ऊपर पुस्तके लिखी हैं श्रद्धालुओं द्वारा खरीदी गई हैं।  ''The Lost Years of Jesus'', ''Fallen Angels and the Origins of Evil'' and ''Saint Germain On Alchemy'' कुछ महत्वपूर्ण किताबे हैं।
इनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों में वायलेट अग्नि की जानकारी एवं पूजा अर्चना को बोलकर करने का महत्त्व है। जब हम अपनी आवाज़ में बोलकर कोई पूजा या आराधना करते हैं तो उनका असर बहुत अधिक हो जाता ह। इन दोनों ने सौ से ऊपर पुस्तके लिखी हैं जो लाखों श्रद्धालुओं ने खरीदी हैं।  इनमें से कुछ का नाम इस प्रकार है - The Lost Years of Jesus, Fallen Angels and the Origins of Evil and Saint Germain On Alchemy


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