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Christ/hi: Difference between revisions

Created page with "इस बात की पुष्टि आज भी ने सिर्फ दिव्यगुरु ईसा मसीह बल्कि आपकी स्व चेतना द्वारा की जाती है। इस प्रकार सार्वभौमिक चेतना वास्तव में आपकी अपनी स्व चेतना के माध्यम से आपमें..."
(Created page with "सृष्टि में ईश्वरत्व की स्त्रीत्व और पुरुषत्व ऊर्जा का मिश्रण सार्वभौमिक चेतना के माध्यम से होता है, लोगोस जिसके बिना "कोई भी चीज़ नहीं बनी"। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड स...")
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सृष्टि में ईश्वरत्व की स्त्रीत्व और पुरुषत्व ऊर्जा का मिश्रण सार्वभौमिक चेतना के माध्यम से होता है, लोगोस जिसके बिना "कोई भी चीज़ नहीं बनी"। [[Special:MyLanguage/Special:MyLanguage/angel|सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड]] से [[Special:MyLanguage/microcosm|सूक्ष्म जगत]] तक, आत्मा (ईश्वरीय स्वरुप) और जीवात्मा के बीच प्रकाश का प्रवाह चेतना द्वारा अंक आठ की आकृति में होता है - यही चेतना [[Special:MyLanguage/I AM THAT I AM|अहम् ब्रह्मास्मि]] का अवतार है।  क्योंकि ईसा मसीह ईश्वर का अवतार है, वे कह सकते हैं, "मैं [मुझमें निहित ईश्वरीय तत्त्व] एक खुला दरवाजा (स्वर्ग और पृथ्वी के लिए) हूँ जिसे कोई बंद नहीं कर सकता" और "मुझमें निहित ईश्वरीय तत्त्व ने स्वर्ग और पृथ्वी दोनों स्थानों पर मुझे सारी शक्ति दी है" और "देखो, मैं [मुझ में निहित ईश्वरीय तत्त्व] हमेशा जीवित रहता हूँ - यत पिंडे-तत ब्रह्माण्डे (as Above, so below)- मुझे स्वर्ग में जाने के मार्ग पता है, नर्क और मृत्यु का मार्ग भी। ईश्वर जिसे भी इस मार्ग के बारे में बताना चाहते हैं, में उसे ये बता देता हूँ।  
सृष्टि में ईश्वरत्व की स्त्रीत्व और पुरुषत्व ऊर्जा का मिश्रण सार्वभौमिक चेतना के माध्यम से होता है, लोगोस जिसके बिना "कोई भी चीज़ नहीं बनी"। [[Special:MyLanguage/Special:MyLanguage/angel|सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड]] से [[Special:MyLanguage/microcosm|सूक्ष्म जगत]] तक, आत्मा (ईश्वरीय स्वरुप) और जीवात्मा के बीच प्रकाश का प्रवाह चेतना द्वारा अंक आठ की आकृति में होता है - यही चेतना [[Special:MyLanguage/I AM THAT I AM|अहम् ब्रह्मास्मि]] का अवतार है।  क्योंकि ईसा मसीह ईश्वर का अवतार है, वे कह सकते हैं, "मैं [मुझमें निहित ईश्वरीय तत्त्व] एक खुला दरवाजा (स्वर्ग और पृथ्वी के लिए) हूँ जिसे कोई बंद नहीं कर सकता" और "मुझमें निहित ईश्वरीय तत्त्व ने स्वर्ग और पृथ्वी दोनों स्थानों पर मुझे सारी शक्ति दी है" और "देखो, मैं [मुझ में निहित ईश्वरीय तत्त्व] हमेशा जीवित रहता हूँ - यत पिंडे-तत ब्रह्माण्डे (as Above, so below)- मुझे स्वर्ग में जाने के मार्ग पता है, नर्क और मृत्यु का मार्ग भी। ईश्वर जिसे भी इस मार्ग के बारे में बताना चाहते हैं, में उसे ये बता देता हूँ।  


This which is affirmed even today by the Ascended Master [[Jesus Christ]] is also affirmed in your behalf by your beloved Christ Self. Thus the Universal Christ of the one Son and the many does indeed mediate the Presence of the I AM to you through your very own beloved Holy Christ Self. This is the true Communion of the Cosmic Christ whose Body (Consciousness) was ‘broken’, shared, individualized, for every child of the Father’s heart. The Sons of God hold the [[Maxin Light|Maxim Light]] in trust for the babes in Christ.
इस बात की पुष्टि आज भी ने सिर्फ दिव्यगुरु [[Special:MyLanguage/Jesus Christ|ईसा मसीह]] बल्कि आपकी स्व चेतना द्वारा की जाती है। इस प्रकार सार्वभौमिक चेतना वास्तव में आपकी अपनी स्व चेतना के माध्यम से आपमें ईश्वरीय तत्त्व उपस्थिति का भान कराता है। यथार्थ में यह ब्रह्मांडीय चेतना का सच्चा समागम है  - ब्रह्मांडीय चेतना ईश्वर के प्रत्येक बच्चे में वैयक्तिक रूप से उपस्थित है। ईश्वर के पुत्र अपनी चेतना में ईश्वर के सभी बच्चों के लिए [[Special:MyLanguage/Maxim Light|मैक्सिम लाइट]] का भरोसा रखते हैं।


== A Christed one ==
== A Christed one ==
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