Jump to content

Translations:Four lower bodies/14/hi: Difference between revisions

no edit summary
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
जिस प्रकार समुद्र की लहरें चंद्रमा से प्रभावित होती हैं (जो हमें ज्वार-भाटा के रूप में दिखता है), उसी प्रकार मनुष्य के भीतर का जल तत्त्व भी चंद्रमा से प्रभावित होता है, जिसका प्रमाण है पूर्णिमा के समय लोगों द्वारा अनुभव की जाने वाली उत्तेजक भावनाएं। भावनात्मक शरीर मनुष्य की चेतना के वश होता है। जब मनुष्य अपने भावनात्मक शरीर को ईश्वर के नियंत्रण में कर लेता है, तो विश्व में अच्छाई, सत्य, शांति और प्रेम की शक्ति का विस्तार करने के लिए ब्रह्मांड की सर्वोपरि शक्तियां उसके अधीन होती हैं।
जिस प्रकार समुद्र की लहरें चंद्रमा से प्रभावित होती हैं (जो हमें ज्वार-भाटा के रूप में दिखता है), उसी प्रकार मनुष्य के भीतर का जल तत्त्व भी चंद्रमा से प्रभावित होता है, जिसका प्रमाण है पूर्णिमा के समय लोगों द्वारा अनुभव की जाने वाली उत्तेजक भावनाएं। भावनात्मक शरीर मनुष्य की चेतना के वश में होता है। जब मनुष्य अपने भावनात्मक शरीर को ईश्वर के नियंत्रण में कर लेता है, तो विश्व में अच्छाई, सत्य, शांति और प्रेम की शक्ति का विस्तार करने के लिए ब्रह्मांड की सर्वोपरि शक्तियां उसके अधीन होती हैं।
1,424

edits