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Kuthumi/hi: Difference between revisions

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(Created page with "अपनी शिक्षाओं में कुथुमी ने हमें अपनी दहलीज पर रहनेवाले दुष्ट और इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट को समझने का मार्ग दिखाया है। मनुष्य के सारे नकारात्मक कर्म उसके Special:MyLanguage/synthetic self...")
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कुथुमी एक निपुण मनोवैज्ञानिक माने जाते हैं, और उनका काम सभी शिष्यों को उनके मनोवैज्ञानिक मसलों को सुलझाने में सहायता करना है।  २७ जनवरी १९८५ को उन्होंने [[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] द्वारा दिए गए [[Special:MyLanguage/dispensation|प्रकाश रुपी उपहार]] की घोषणा की:  
कुथुमी एक निपुण मनोवैज्ञानिक माने जाते हैं, और उनका काम सभी शिष्यों को उनके मनोवैज्ञानिक मसलों को सुलझाने में सहायता करना है।  २७ जनवरी १९८५ को उन्होंने [[Special:MyLanguage/Lord Maitreya|मैत्रेय]] द्वारा दिए गए [[Special:MyLanguage/dispensation|प्रकाश रुपी उपहार]] की घोषणा की:  


<blockquote>यह उपहार मेरा एक काम है जो मुझे आप में से प्रत्येक व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत रूप से मिलकर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए करना है ताकि हम शीघ्रातिशीघ्र शारीरिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक स्थितियों के मूल कारण तक पहुंच सकें। ताकि ईश्वर को प्राप्त करने के मार्ग में अब कोई बाधाएं ना आएं। अब आप लोग अपने कदमों को डगमगाने ना दें।<ref>कुथुमी, "रेमेम्बेर द एंशिएंट एनकाउंटर (Remember the Ancient Encounter)," {{POWref|२८|९|, ३ मार्च, १९८५}}</ref></ blockquote>
<blockquote>यह उपहार मेरा एक काम है जो मुझे आप में से प्रत्येक व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत रूप से मिलकर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए करना है ताकि हम शीघ्रातिशीघ्र शारीरिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक स्थितियों के मूल कारण तक पहुंच सकें। ताकि ईश्वर को प्राप्त करने के मार्ग में अब कोई बाधाएं ना आएं। अब आप लोग अपने कदमों को डगमगाने ना दें।<ref>कुथुमी, "रेमेम्बेर द एंशिएंट एनकाउंटर (Remember the Ancient Encounter)," {{POWref|२८|९|, ३ मार्च, १९८५}}</ref></blockquote>


अपनी शिक्षाओं में कुथुमी ने हमें अपनी [[Special:MyLanguage/dweller-on-the-threshold|दहलीज पर रहनेवाले दुष्ट]] और इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट को समझने का मार्ग दिखाया है। मनुष्य के सारे नकारात्मक कर्म उसके [[Special:MyLanguage/synthetic self|कृत्रिम स्व]] या [[Special:MyLanguage/carnal mind|दैहिक मन]]में नाभि के निचले हिस्से में एकत्रित हो एक पेटी के सामान उससे लिपटे रहते हैं। इसे ही [[Special:MyLanguage/electronic belt|इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट]] कहते हैं।  
अपनी शिक्षाओं में कुथुमी ने हमें अपनी [[Special:MyLanguage/dweller-on-the-threshold|दहलीज पर रहनेवाले दुष्ट]] और इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट को समझने का मार्ग दिखाया है। मनुष्य के सारे नकारात्मक कर्म उसके [[Special:MyLanguage/synthetic self|कृत्रिम स्व]] या [[Special:MyLanguage/carnal mind|दैहिक मन]]में नाभि के निचले हिस्से में एकत्रित हो एक पेटी के सामान उससे लिपटे रहते हैं। इसे ही [[Special:MyLanguage/electronic belt|इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट]] कहते हैं।  
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