Translations:Afra/7/hi: Difference between revisions
(Created page with "श्याम वर्ण के लोग नीली और वायलेट (बैंगनी) ज्योति से आते हैं। अफ्रीक...") |
PeterDuffy (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
श्याम वर्ण के लोग नीली और वायलेट (बैंगनी) ज्योति से आते हैं। अफ्रीका की प्राचीन सभ्यताओं में लोगों की त्वचा के रंग में नीला और बैंगनी रंग झलकता था। ये रंग परमात्मा के पिता और माता स्वरुप [[अल्फा और ओमेगा]] से आते है। नीला रंग प्रथम किरण का होता है तथा वायलेट सातवीं किरण का। | श्याम वर्ण के लोग नीली और वायलेट (बैंगनी) ज्योति से आते हैं। अफ्रीका की प्राचीन सभ्यताओं में लोगों की त्वचा के रंग में नीला और बैंगनी रंग झलकता था। ये रंग परमात्मा के पिता और माता स्वरुप [[Special:MyLanguage/Alpha and Omega|अल्फा और ओमेगा]] से आते है। नीला रंग प्रथम किरण का होता है तथा वायलेट सातवीं किरण का। |
Revision as of 04:33, 8 October 2023
श्याम वर्ण के लोग नीली और वायलेट (बैंगनी) ज्योति से आते हैं। अफ्रीका की प्राचीन सभ्यताओं में लोगों की त्वचा के रंग में नीला और बैंगनी रंग झलकता था। ये रंग परमात्मा के पिता और माता स्वरुप अल्फा और ओमेगा से आते है। नीला रंग प्रथम किरण का होता है तथा वायलेट सातवीं किरण का।