Translations:Zadkiel and Holy Amethyst/9/hi: Difference between revisions

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जैडकीयल कहते हैं की वायलेट लौ एक लौकिक द्रव्य है जिसकी खोज विश्व भर के रसायन शास्त्री सदियों से करते आ रहे थे। <ref>रसायन शास्त्र मध्यकालीन युग की विद्या है। शुरुआत में रसायन शास्त्री इस कोशिश में रहते थे की वे किसी तरह आधार  धातुओं को सोने में बदल पाएं, विभिन्न रोगों के लिए कोई लौकिक उपाय खोज पाएं जिससे इंसान की उम्र लम्बी और जीवन निरोग हो जाए । विस्तृत रूप से देखें तो “रसायन विद्या किसी सामान्य सी वस्तु को बेहद ख़ास बनाने की प्रक्रिया है; एक ऐसी प्रक्रिया जो रहस्यमयी है और जिसका वर्णन करना बेहद कठिन।” रसायन शास्त्र आत्म- परिवर्तन करने का विज्ञान है।</ref> वे कहते हैं:
जैडकीयल कहते हैं की वायलेट लौ एक लौकिक द्रव्य है जिसकी खोज विश्व भर के रसायन शास्त्री सदियों से करते आ रहे थे। <ref>रसायन शास्त्र मध्यकालीन युग की विद्या है। शुरुआत में रसायन शास्त्री इस कोशिश में रहते थे की वे किसी तरह आधार  धातुओं को सोने में बदल पाएं, विभिन्न रोगों के लिए कोई लौकिक उपाय खोज पाएं जिससे इंसान की उम्र लम्बी और जीवन निरोग हो जाए । विस्तृत रूप से देखें तो “रसायन विद्या किसी सामान्य सी वस्तु को बेहद ख़ास बनाने की प्रक्रिया है; एक ऐसी प्रक्रिया जो रहस्यमयी है और जिसका वर्णन करना बेहद कठिन है।” रसायन शास्त्र आत्म- परिवर्तन करने का विज्ञान है।</ref> वे कहते हैं:

Revision as of 10:18, 10 October 2023

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Message definition (Zadkiel and Holy Amethyst)
Zadkiel refers to the violet flame as the universal solvent that the alchemists have sought throughout the ages.<ref>Alchemy was a medieval science. The early alchemists sought to transmute base metals into gold and to discover a universal cure for disease and a means of prolonging life. In a broader sense, ''alchemy'' is defined as “a power or process of transforming something common into something special” or “an inexplicable or mysterious transmuting.” Alchemy is the science of self-transformation.</ref> He says:

जैडकीयल कहते हैं की वायलेट लौ एक लौकिक द्रव्य है जिसकी खोज विश्व भर के रसायन शास्त्री सदियों से करते आ रहे थे। [1] वे कहते हैं:

  1. रसायन शास्त्र मध्यकालीन युग की विद्या है। शुरुआत में रसायन शास्त्री इस कोशिश में रहते थे की वे किसी तरह आधार धातुओं को सोने में बदल पाएं, विभिन्न रोगों के लिए कोई लौकिक उपाय खोज पाएं जिससे इंसान की उम्र लम्बी और जीवन निरोग हो जाए । विस्तृत रूप से देखें तो “रसायन विद्या किसी सामान्य सी वस्तु को बेहद ख़ास बनाने की प्रक्रिया है; एक ऐसी प्रक्रिया जो रहस्यमयी है और जिसका वर्णन करना बेहद कठिन है।” रसायन शास्त्र आत्म- परिवर्तन करने का विज्ञान है।