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पृथ्वी के तात्विक साम्राज्य में भीमकाय जीव हैं। ये वो शक्तिशाली प्राणी हैं जिनके पास परमाणु और अणु की अग्नि है और ये प्रलय, बाढ़ और अग्नि के माध्यम से महाद्वीपों का संतुलन बनाए रखते हैं। ईश्वर ने अपने बच्चों (मानवजाति) की स्वतंत्र इच्छा के प्रयोग के लिए इस मंच (पृथ्वी) को बनाया और इसे बनाये रखने के लिए एलोहीम का निर्माण किया।<ref>वर्गो और पेलेउर, "द सर्वेंट्स ऑफ़ गॉड एंड मैन इन द अर्थ।{POWref|२३|१४|, ६ अप्रैल १९८०}}</ref> | पृथ्वी के तात्विक साम्राज्य में भीमकाय जीव हैं। ये वो शक्तिशाली प्राणी हैं जिनके पास परमाणु और अणु की अग्नि है और ये प्रलय, बाढ़ और अग्नि के माध्यम से महाद्वीपों का संतुलन बनाए रखते हैं। ईश्वर ने अपने बच्चों (मानवजाति) की स्वतंत्र इच्छा के प्रयोग के लिए इस मंच (पृथ्वी) को बनाया और इसे बनाये रखने के लिए एलोहीम का निर्माण किया।<ref>वर्गो और पेलेउर, "द सर्वेंट्स ऑफ़ गॉड एंड मैन इन द अर्थ।{{POWref|२३|१४|, ६ अप्रैल १९८०}}</ref> | ||
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पृथ्वी के तात्विक साम्राज्य में भीमकाय जीव हैं। ये वो शक्तिशाली प्राणी हैं जिनके पास परमाणु और अणु की अग्नि है और ये प्रलय, बाढ़ और अग्नि के माध्यम से महाद्वीपों का संतुलन बनाए रखते हैं। ईश्वर ने अपने बच्चों (मानवजाति) की स्वतंत्र इच्छा के प्रयोग के लिए इस मंच (पृथ्वी) को बनाया और इसे बनाये रखने के लिए एलोहीम का निर्माण किया।[1]
- ↑ वर्गो और पेलेउर, "द सर्वेंट्स ऑफ़ गॉड एंड मैन इन द अर्थ।Pearls of Wisdom, vol. २३, no. १४, ६ अप्रैल १९८०.