Translations:Dweller-on-the-threshold/2/hi: Difference between revisions
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यह 'अवचेतन मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप' ऊर्जा के भंवर का केंद्र है जिससे" [[Special:MyLanguage/electronic belt|इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट]] (electronic belt)" बनती है - जिसका आकार नगाड़े (kettledrum) जैसा होता है और यह [[Special:MyLanguage/four lower bodies|चार निचले शरीरों]] को कमर से लेकर नीचे तक घेरे रहता है। कृत्रिम रूप का सर्प जैसा सिर कभी-कभी [[Special:MyLanguage/unconscious|अचेतन मन]] (unconscious) के काले तालाब से निकलता हुआ दिखाई देता है। इस इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट में मनुष्य के नकारात्मक [[Special:MyLanguage/karma|कर्मो]] के कारण, प्रभाव, अभिलेख और स्मृतियाँ शामिल होती हैं। सकारात्मक कर्म - जो दिव्य चेतना के माध्यम से बनते हैं, [[Special:MyLanguage/causal body|कारण शरीर]] (causal body) में पंजीकृत (register) होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के अपने [[Special:MyLanguage/I AM Presence|ईश्वरीय स्वरुप]] (I AM Presence) के चारों तरफ इलेक्ट्रॉनिक अग्नि-चक्रों (fire-rings) में सील कर दिए जाते हैं। | यह 'अवचेतन मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप' ऊर्जा के भंवर का केंद्र है जिससे "[[Special:MyLanguage/electronic belt|इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट]] (electronic belt)" बनती है - जिसका आकार नगाड़े (kettledrum) जैसा होता है और यह [[Special:MyLanguage/four lower bodies|चार निचले शरीरों]] को कमर से लेकर नीचे तक घेरे रहता है। कृत्रिम रूप का सर्प जैसा सिर कभी-कभी [[Special:MyLanguage/unconscious|अचेतन मन]] (unconscious) के काले तालाब से निकलता हुआ दिखाई देता है। इस इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट में मनुष्य के नकारात्मक [[Special:MyLanguage/karma|कर्मो]] के कारण, प्रभाव, अभिलेख और स्मृतियाँ शामिल होती हैं। सकारात्मक कर्म - जो दिव्य चेतना के माध्यम से बनते हैं, [[Special:MyLanguage/causal body|कारण शरीर]] (causal body) में पंजीकृत (register) होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के अपने [[Special:MyLanguage/I AM Presence|ईश्वरीय स्वरुप]] (I AM Presence) के चारों तरफ इलेक्ट्रॉनिक अग्नि-चक्रों (fire-rings) में सील कर दिए जाते हैं। |
Revision as of 09:51, 3 April 2024
यह 'अवचेतन मन की दहलीज़ पर स्तिथ कृत्रिम रूप' ऊर्जा के भंवर का केंद्र है जिससे "इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट (electronic belt)" बनती है - जिसका आकार नगाड़े (kettledrum) जैसा होता है और यह चार निचले शरीरों को कमर से लेकर नीचे तक घेरे रहता है। कृत्रिम रूप का सर्प जैसा सिर कभी-कभी अचेतन मन (unconscious) के काले तालाब से निकलता हुआ दिखाई देता है। इस इलेक्ट्रॉनिक बेल्ट में मनुष्य के नकारात्मक कर्मो के कारण, प्रभाव, अभिलेख और स्मृतियाँ शामिल होती हैं। सकारात्मक कर्म - जो दिव्य चेतना के माध्यम से बनते हैं, कारण शरीर (causal body) में पंजीकृत (register) होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के अपने ईश्वरीय स्वरुप (I AM Presence) के चारों तरफ इलेक्ट्रॉनिक अग्नि-चक्रों (fire-rings) में सील कर दिए जाते हैं।