Translations:God flame/3/hi: Difference between revisions
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary |
PoonamChugh (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Special:MyLanguage/Holy Ghost|पवित्र आत्मा]] (Holy Ghost) के द्वारा दिव्यगुरु [[Special:MyLanguage/Zarathustra|जोरास्टर]] (Zarathustra) ने [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] को [[Special:MyLanguage/Ahura Mazda|अहुरा माज़दा]] (Ahura Mazda) की पवित्र अग्नि से दीक्षा-स्नान और [[Special:MyLanguage/trial by fire|अग्नि-परीक्षण]] (trial by fire) के बारे में बताया कि जब ईश्वर की संतानें लौ में प्रवेश करती हैं वे ईश्वर की ज्वलंत उपस्थिति का सम्मान करती हैं और उन्हें [[Special:MyLanguage/Shekinah|शेकिनाह]] (Shekinah) की महिमा का अनुभव होता है। और वे अपने मन में सभी जीवात्माओं का आत्मा से मिलन का इंतज़ार ऐसे करती हैं मानों कोई दुल्हन | [[Special:MyLanguage/Holy Ghost|पवित्र आत्मा]] (Holy Ghost) के द्वारा दिव्यगुरु [[Special:MyLanguage/Zarathustra|जोरास्टर]] (Zarathustra) ने [[Special:MyLanguage/Jesus|ईसा मसीह]] को [[Special:MyLanguage/Ahura Mazda|अहुरा माज़दा]] (Ahura Mazda) की पवित्र अग्नि से दीक्षा-स्नान और [[Special:MyLanguage/trial by fire|अग्नि-परीक्षण]] (trial by fire) के बारे में बताया कि जब ईश्वर की संतानें लौ में प्रवेश करती हैं वे ईश्वर की ज्वलंत उपस्थिति का सम्मान करती हैं और उन्हें [[Special:MyLanguage/Shekinah|शेकिनाह]] (Shekinah) की महिमा का अनुभव होता है। और वे अपने मन में सभी जीवात्माओं का आत्मा से मिलन का इंतज़ार ऐसे करती हैं मानों कोई दूल्हा अपनी दुल्हन की प्रतीक्षा कर रही हो। “प्रभु कहते हैं, मैं उन जीवात्माओं की रक्षा के लिए उनके चारों तरफ आग की दीवार बनूंगा”<ref>ज़ेच. २:५.</ref> |
Revision as of 19:05, 11 September 2024
पवित्र आत्मा (Holy Ghost) के द्वारा दिव्यगुरु जोरास्टर (Zarathustra) ने ईसा मसीह को अहुरा माज़दा (Ahura Mazda) की पवित्र अग्नि से दीक्षा-स्नान और अग्नि-परीक्षण (trial by fire) के बारे में बताया कि जब ईश्वर की संतानें लौ में प्रवेश करती हैं वे ईश्वर की ज्वलंत उपस्थिति का सम्मान करती हैं और उन्हें शेकिनाह (Shekinah) की महिमा का अनुभव होता है। और वे अपने मन में सभी जीवात्माओं का आत्मा से मिलन का इंतज़ार ऐसे करती हैं मानों कोई दूल्हा अपनी दुल्हन की प्रतीक्षा कर रही हो। “प्रभु कहते हैं, मैं उन जीवात्माओं की रक्षा के लिए उनके चारों तरफ आग की दीवार बनूंगा”[1]
- ↑ ज़ेच. २:५.