Translations:Mary, the mother of Jesus/51/hi: Difference between revisions
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<blockquote>जब तक मनुष्य को अपने अंदर की [[ईश्वरीय उपस्थिति]] के बारे में समझ नहीं आता तब तक यूँ ही अप्रिय कार्य होते रहेंगे - सरकारें गिरती रहेंगी, अर्थव्यवस्थाएँ चरमराती रहेगी, धार्मिक स्थल ध्वस्त होते रहेंगे, चरों और अंधकार छा जाएगा, अकाल पड़ेगा, और जीवात्माएं अपने मार्ग से भटक जाएँगी।<ref>मदर मेरी, “बीहोल्ड द हैंडमेड [शक्ति]!” ३१ दिसंबर, १९७७.</ref></blockquote> | <blockquote>जब तक मनुष्य को अपने अंदर की [[Special:MyLanguage/I AM THAT I AM|ईश्वरीय उपस्थिति]] के बारे में समझ नहीं आता तब तक यूँ ही अप्रिय कार्य होते रहेंगे - सरकारें गिरती रहेंगी, अर्थव्यवस्थाएँ चरमराती रहेगी, धार्मिक स्थल ध्वस्त होते रहेंगे, चरों और अंधकार छा जाएगा, अकाल पड़ेगा, और जीवात्माएं अपने मार्ग से भटक जाएँगी।<ref>मदर मेरी, “बीहोल्ड द हैंडमेड [शक्ति]!” ३१ दिसंबर, १९७७.</ref></blockquote> |
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जब तक मनुष्य को अपने अंदर की ईश्वरीय उपस्थिति के बारे में समझ नहीं आता तब तक यूँ ही अप्रिय कार्य होते रहेंगे - सरकारें गिरती रहेंगी, अर्थव्यवस्थाएँ चरमराती रहेगी, धार्मिक स्थल ध्वस्त होते रहेंगे, चरों और अंधकार छा जाएगा, अकाल पड़ेगा, और जीवात्माएं अपने मार्ग से भटक जाएँगी।[1]
- ↑ मदर मेरी, “बीहोल्ड द हैंडमेड [शक्ति]!” ३१ दिसंबर, १९७७.