दिव्य इकाई
यह ईश्वरीय उपस्थिति की परिभाषा है। यह इकाई प्रकाश के गोलाकार वृतों (रंग के छल्लों) से घिरी होती है, जो कारण शरीर का निर्माण करते हैं।
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Sources
Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, Saint Germain On Alchemy: Formulas for Self-Transformation.