Translations:Maha Chohan/21/hi
पेंटेकोस्ट (Pentecost) के दिन जब ईसा मसीह के शिष्यों के ह्रदय अत्यंत निर्मल और पावन हो गए थे, पवित्र आत्मा की जुड़वां लौ (twin flame) आग की लपलपाती हुई जिह्वा के रूप में प्रकट हुई।[1]जब ईसा मसीह का ईसाई धर्म का विधिवत सदस्य बनने का संस्कार किया गया था तो उन्होंने ईश्वर को एक कबूतर के रूप में नीचे उतरते हुए एव अपने ऊपर प्रकाश डालते हुए देखा था।"[2] कबूतर पवित्र आत्मा की जुड़वां लौ (twin flame) का भौतिक स्वरुप है, जिसे पंखों के साथ एक वी के रूप में भी देखा जा सकता है। यह देवता के स्त्री और पुरुष ध्रुवों को दर्शाता है और यह भी याद दिलाता है कि जुड़वाँ लौ (twin flame) ईश्वर के उभयलिंगी (androgynous) स्वभाव को प्रदर्शित करती हैं।