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जैडकीयल और अमेथिस्ट का पृथ्वी पर आने का एक मात्र लक्ष्य इस ज्ञान को बांटना है - जिसके द्वारा हर मनुष्य व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मार्ग | जैडकीयल और अमेथिस्ट का पृथ्वी पर आने का एक मात्र लक्ष्य इस ज्ञान को बांटना है - जिसके द्वारा हर मनुष्य व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मार्ग से अपने नकारात्मक कर्मों से मुक्ति पा सकता है । नकारात्मकता से स्वतंत्र मनुष्य ही अपने परिवार, समाज, शहर, राज्य, देश और अपने गृह (पृथ्वी) को स्वतंत्र करवा सकता है। वायलेट फ्लेम द्वारा हम अपने नकारात्मक कर्मों का स्वरुप बदल सकते है। [[Special:MyLanguage/decree|डिक्रीस]] ईश्वर के समान सभी प्राणियों के प्रति प्रेम का भाव, समान मनोवृत्ति रख कर तथा ईश्वर से दया एवं क्षमयाचना कर के भी हम अपने नकारात्मक कर्मों को संतुलित कर सकते हैं। |
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