Translations:Elementals/38/hi
संत जरमेन (Saint Germain) और अन्य दिव्यगुरु पृथ्वी पर अपने विभिन्न जन्मों में पशु साम्राज्य के माध्यम से विकसित होने वाले सृष्टि देवों के संपर्क में थे। अपने इस सम्बन्ध के कारण कुछ स्थितियों में इन्होनें पशु रूप जन्मे सृष्टि देवों की ओर से मध्यस्तता भी की थी। घने शरीरों में "कैद" हुए इन सृष्टि देवों की मुक्ति उन्हें दिव्यगुरूओं द्वारा दिया हुआ वायॅलेट अग्नि का प्रेम भरा उपहार है।