Translations:Free will/6/hi
चाहे ईश्वर हो या मनुष्य, स्वच्छन्द इच्छा के बिना कोई कर्म नहीं हो सकता। स्वच्छन्द इच्छा एकीकरण के नियम का मूल है। केवल ईश्वर और मनुष्य ही कर्म संचय करते हैं, क्योंकि केवल इन्हीं दोनों के पास, ईश्वर मनुष्य में, स्वच्छन्द इच्छा का वरदान है। अन्य सभी प्राणी - जिनमें सृष्टि देव, देव और देवदूत (Angel) शामिल हैं - भगवान और मनुष्य की इच्छापूर्ती के साधन हैं। और इसी कारण वे ईश्वर और मनुष्य के कर्म के साधन भी हैं।