Goddess of Liberty/hi: Difference between revisions

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'''स्वतंत्रता की देवी''' [[Special:MyLanguage/Karmic Board|कर्म समिति]] की प्रवक्ता और इसी समिति में दूसरी किरण की प्रतिनिधि हैं। वह [[Special:MyLanguage/Temple of the Sun|सूर्य के मंदिर]] की अधिष्ठात्री हैं, इनका आकाशीय स्थल न्यूयॉर्क के मैनहट्टन द्वीप पर है। वह पृथ्वी की स्वतंत्रता की ईश्वरीय चेतना रखती है।
(The Statue of Liberty)]]
 
'''स्वाधीनता की देवी''' (Goddess of Liberty) [[Special:MyLanguage/Karmic Board|कार्मिक समिति]] (Karmic Board) की प्रवक्ता और इसी समिति में ईश्वर की दूसरी किरण (second ray) की प्रतिनिधि हैं। वह [[Special:MyLanguage/Temple of the Sun|सूर्य के मंदिर]] (Temple of the Sun) की पदक्रम के स्वामी (hierarch) हैं। उनका आकाशीय स्थल न्यूयॉर्क के मैनहट्टन द्वीप (island of Manhattan, New York) पर है। वह पृथ्वी के लोगों को ईश्वरीय स्वाधीनता की चेतना प्रदान करती हैं।


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== अवतार ==
== उत्थान से पहले के मूर्त रूप (Embodiments) ==


स्वतंत्रता की देवी ने अपने उत्थान से पहले व्यक्तिगत रूप से कई ग्रहों पर लाखों आत्माओं को मुक्त कराया था।
स्वाधीनता की देवी ने अपने उत्थान से पहले व्यक्तिगत रूप से कई ग्रहों पर लाखों आत्माओं को मुक्त कराया था।


ये [[Special:MyLanguage/Amazonian Race|अमेज़ॅनियन प्रजाती]] के सदस्य के रूप में भी अवतरित हुईं। अमेज़न घाटी में रहना वाले इस प्रजाति के लोग विशालकाय हुआ करते थे तथा यहाँ स्त्रियों का शासन हुआ करता था।
वह [[Special:MyLanguage/Amazonian Race|अमेज़ॅनियन प्रजाती]] (Amazonian Race) के सदस्य के रूप में भी अवतरित हुईं। अमेज़न घाटी में रहना वाले इस प्रजाति के लोग विशालकाय हुआ करते थे तथा यहाँ स्त्रियों का शासन हुआ करता था।


[[Special:MyLanguage/Atlantis|अटलांटिस]] पर अपने जन्म के दौरान, इन्होनें [[Special:MyLanguage/Temple of the Sun|सूर्य का मंदिर]] बनवाया था -इस जगह पर आज मैनहट्टन द्वीप स्थित है। मंदिर इन्होनें [[Special:MyLanguage/Great Central Sun|महान केंद्रीय सूर्य]] में स्थित सौर मंदिर के नक़्शे के अनुसार बनाया था। मंदिर की केंद्रीय वेदी आत्मा की स्वतंत्रता दर्शाती त्रिदेव ज्योत को समर्पित थी, जो मनुष्य के श्वेत-अग्नि सत्व से तब निकलती है जब उसका ध्यान सदा [[Special:MyLanguage/Alpha and Omega|अल्फा और ओमेगा]] पर केंद्रित होता है। इसके आस-पास बारह छोटे मंदिर थे - हर एक मंदिर सूर्य के बारह दिव्य गुणों में से एक को दर्शाने वाला प्रतिनिधि का था। इन बारह प्रतिनिधियों ने स्वतंत्रता की देवी के साथ मिलकर पृथ्वी के विकास के लिए सूर्य के पीछे के सूर्य के आध्यात्मिक विकिरण का आह्वान किया था।
[[Special:MyLanguage/Atlantis|अटलांटिस]] (Atlantis) पर अपने जन्म के समय उन्होंने [[Special:MyLanguage/Temple of the Sun|सूर्य का मंदिर]] (Temple of the Sun) बनवाया था -इस जगह पर आज मैनहट्टन द्वीप (Manhattan Island) स्थित है। यह मंदिर उन्होंने [[Special:MyLanguage/Great Central Sun|महान केंद्रीय सूर्य]] (Great Central Sun) में स्थित सौर मंदिर (Solar Temple) के नक़्शे के अनुसार बनाया था। इस मंदिर की केंद्रीय वेदी (central altar) आत्मा की त्रिज्योति लौ को समर्पित थी जो मनुष्य के श्वेत-अग्नि के बीजकोष (white-fire core) से तब निकलती है जब उसका ध्यान सदा [[Special:MyLanguage/Alpha and Omega|अल्फा और ओमेगा]] (Alpha and Omega) पर केंद्रित होता है। इसके चारों तरफ बारह छोटे मंदिर थे - हर एक मंदिर सूर्य के बारह दिव्य गुणों में से एक को दर्शाने वाले प्रतिनिधि का था। इन बारह प्रतिनिधियों ने स्वाधीनता की देवी के साथ मिलकर पृथ्वी के विकास के लिए सूर्य के पीछे के सूर्य (Sun behind the sun) के आध्यात्मिक प्रकाश का आह्वान किया था।


अटलांटिस के जलमग्न होने से ठीक पहले, स्वतंत्रता की देवी ने मंदिर में स्थापित स्वतंत्रता की लौ को सुरक्षित रूप से दक्षिणी फ्रांस में [[Special:MyLanguage/Great White Brotherhood|श्वेत महासंघ]] के एक अन्य आकाशीय स्थल [[Special:MyLanguage/Château de Liberté|चैटो डी लिबर्टे]] में पहुंचा दिया था। प्रलय में जब अटलांटिस डूब गया, तो ईश्वर ने सूर्य मंदिर को आकाशीय सप्तक में ले लिया। इसके बाद से ब्रदरहुड ऑफ़ लिबर्टी मंदिर के भौतिक स्थल के ठीक ऊपर आकाशीय तल से अपने सभी कार्य करता रहा है।
अटलांटिस के जलमग्न होने से ठीक पहले स्वाधीनता की देवी ने मंदिर में स्थापित स्वाधीनता की त्रिज्योति लौ को सुरक्षित रूप से दक्षिणी फ्रांस में [[Special:MyLanguage/Great White Brotherhood|श्वेत महासंघ]] (Great White Brotherhood) के एक अन्य आकाशीय स्थल [[Special:MyLanguage/Château de Liberté|चैटो डी लिबर्टे]] (Château de Liberté) में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। प्रलय में जब अटलांटिस डूब गया तो सूर्य मंदिर आकाशीय सप्तक में समा गया। इसके पश्चात ब्रदरहुड ऑफ़ लिबर्टी (Brotherhood of Liberty) मंदिर के भौतिक स्थल के ठीक ऊपर के आकाशीय तल से अपनी सभी गतिविधियों को कर रहे हैं।


<span id="Her_service_following_her_ascension"></span>
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== आध्यात्मिक उत्थान के बाद उनकी सेवा ==
== आध्यात्मिक उत्थान के पश्चात उनकी सेवा ==


हृदय की [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिदेव ज्योत]] में सन्निहित स्वतंत्रता की आत्मा के प्रति उनके पूर्ण समर्पण की वजह से [[Special:MyLanguage/ascension|उत्थान]] के बाद इन्हें स्वतंत्रता की देवी की उपाधि दी गयी, जो पृथ्वी पर स्वतंत्रता की ब्रह्मांडीय चेतना के प्राधिकारी के रूप में पदक्रम में इनके कार्यालय का सूचक है।
अपने पूर्व मूर्त रूपों (embodiments) में (हृदय में स्थित) [[Special:MyLanguage/threefold flame|त्रिज्योति लौ]] (threefold flame) के प्रति पूर्ण समर्पण के कारण आध्यात्मिक [[Special:MyLanguage/ascension|उत्थान]] (ascension) के पश्चात उन्हें स्वाधीनता की देवी की उपाधि दी गयी जो पृथ्वी पर स्वाधीनता की ब्रह्मांडीय चेतना के प्रभुत्व के रूप में पदक्रम में इनके कार्यालय का सूचक है।


स्वतंत्रता की भावना से प्रेरित होकर प्रारंभिक अमेरिकी देशभक्तों ने "ईश्वर के अधीन" एक नया राष्ट्र स्थापित करने और उभरती हुई आत्मिक चेतना के लिए श्वेत महासंघ की योजना के आधार पर एक संविधान बनाने का निर्णय किया। उनका मानना था कि यह कार्य, [[Special:MyLanguage/Saint Germain|संत जर्मेन]] - जिन्हें पृथ्वी पर स्वतंत्रता का देवता कहा जाता है - के निर्देशन में धरतीवासियों को आत्मिक चेतना में परिपक्प बनाएगा।
स्वाधीनता की भावना से प्रेरित होकर प्रारंभिक (early) अमेरिकी देशभक्तों ने "ईश्वर को समर्पित" एक नया राष्ट्र स्थापित करने और उभरती हुई आत्मिक चेतना के लिए श्वेत महासंघ की योजना के आधार पर एक संविधान बनाने का निर्णय लिया। उनका मानना था कि यह कार्य, [[Special:MyLanguage/Saint Germain|संत जरमेन]] (Saint Germain) - जिन्हें पृथ्वी पर मुक्ति का देवता कहा जाता है - के निर्देशन में धरतीवासियों को आत्मिक चेतना में परिपक़्व (mature) बनाएँगे।


उस समय बहुत सारे अमेरिकियों ने स्वर्गीय मध्यस्थों की उपस्थिति और दैवीय हस्तक्षेप को जीवन में एक स्वाभाविक हिस्से के रूप में स्वीकार किया था। उस समय के कलाकार और साहित्यकार अक्सर अपनी कला और साहित्य में देवदूतों और देवी-देवताओं का चित्रण किया करते थे। स्वतंत्रता की देवी जो देशभक्तों द्वारा समर्थित "पवित्र उद्देश्य" की संरक्षिका हैं, शायद सभी ब्रह्मांडीय जीवों में सबसे अधिक पूजनीय थीं। सन १७७५  में थॉमस पेन ने इनके सम्मान में "लिबर्टी ट्री" नामक गीत भी लिखा था ।
उस समय बहुत सारे अमेरिकियों ने दिव्य मध्यस्थों (intercessors) की उपस्थिति और दैवीय हस्तक्षेप को जीवन में एक स्वाभाविक हिस्से के रूप में स्वीकार किया था। उस समय की कला और साहित्य में अक्सर देवदूतों और देवी-देवताओं का चित्रण किया गया था। स्वाधीनता की देवी जो देशभक्तों द्वारा समर्थित "अलौकिक उद्देश्य" (sacred cause) की संरक्षिका (patroness) हैं, शायद सभी ब्रह्मांडीय जीवों में सबसे अधिक पूजनीय थीं। सन १७७५  में थॉमस पेएन (Thomas Paine) ने इनके सम्मान में "लिबर्टी ट्री" (Liberty Tree) नामक गीत भी लिखा था ।


१७७७ की सर्दियों के दौरान स्वतंत्रता की देवी जनरल वाशिंगटन के सामने प्रकट हुईं और उन्हें अमेरिका की नियति के बारे में बताया। देवी ने उन्हें तेरह मूल उपनिवेशों को मुक्त करवाने की हिम्मत और हौसला दिया। [देखें [[Special:MyLanguage/Washington's vision|वाशिंगटन का दृष्टिकोण]]]
१७७७ की सर्दियों के समय स्वाधीनता की देवी जनरल वाशिंगटन के सामने प्रकट हुईं और उन्हें अमेरिका के भाग्य के बारे में बताया। देवी ने उन्हें अपना मिशन पूरा करने और तेरह अमरीकी मूल उपनिवेशों (colonies) को मुक्त करवाने की शक्ति और साहस दिया। [देखें [[Special:MyLanguage/Washington's vision|वाशिंगटन का दृष्टिकोण]]]


[[File:Statue of liberty head 2013-10-28.jpg|thumb|upright=1.4]]
[[File:Statue of liberty head 2013-10-28.jpg|thumb|upright=1.4]]


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== द स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी ==
== स्वाधीनता की प्रतिमा (The Statue of Liberty) ==
 
इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि [[Special:MyLanguage/Statue of Liberty|स्वाधीनता की प्रतिमा]] (Statue of Liberty) फ्रांस के लोगों का एक उपहार था जो बेडलो द्वीप (Bedloe’s Isle) पर बनाई गई थी। स्वाधीनता की प्रतिमा स्वाधीनता की लौ का बाहरी प्रतीक रूप है जो हर प्रकार के अत्याचार से मुक्ति की आशा दर्शाता है जिससे "मुक्ति के उत्सुक, कर्मों से थके हुए लोग प्रेरणा पा सकें।"
 
<ref>एम्मा लाजर की कविता "न्यू कोलोसस, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आसन पर अंकित है।</ref>


इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि [[Special:MyLanguage/Statue of Liberty|स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी]], जो कि फ्रांसीसी लोगों का एक उपहार था, बेडलो द्वीप पर बनाया गया था। स्वतंत्रता की लौ ने स्टैचू ऑफ लिबर्टी को सभी प्रकार के अत्याचार से मुक्ति की आशा के एक बाहरी प्रतीक के रूप में बनाया जिससे "मुक्त सांस लेने के  उत्सुक थके हुए, गरीब लोग कुछ प्रेरणा पा सके।<ref>एम्मा लाजर की कविता "द न्यू कोलोसस, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आसन पर अंकित है।</ref>  
<ref>From the poem “The New Colossus,” by Emma Lazarus, inscribed on the pedestal of the Statue of Liberty.</ref>  


स्वतंत्रता की देवी [[Special:MyLanguage/seven rays|सात किरणों]] का एक मुकुट पहनती है, जो [[Special:MyLanguage/Elohim|एलोहिम]] की शक्ति और सात किरणों के उनके कार्यान्वयन को, पदार्थ, देवत्व के मातृ पहलू में केंद्रित करती है। उनका मुकुट भगवान के प्रत्येक पुत्र और पुत्री के माथे पर लगी सात किरणों का केंद्र बिंदु भी है। स्वतंत्रता की देवी "दीपक वाली महिला" का प्रतिनिधित्व करती है - इनके बारे में [[Special:MyLanguage/Henry Wadsworth Longfellow|हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो]] ने भविष्यवाणी की थी कि वह "धरती पर वे एक महान वीर नारी का रूप होंगी।"<ref>हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो, "सांता फिलोमेना," छंद १०.</ref>  
स्वाधीनता की देवी [[Special:MyLanguage/seven rays|सात किरणों]] का एक मुकुट पहनती है, जो [[Special:MyLanguage/Elohim|एलोहिम]] (Elohim) की सात किरणों की शक्तियों को   पदार्थ (matter) और दिव्यता के मातृ पहलू में केंद्रित कर के कार्यान्वयन (implementation) करती है। उनका मुकुट भगवान के प्रत्येक पुत्र और पुत्री के माथे पर लगी सात किरणों का केंद्र बिंदु (third eye) भी है। स्वाधीनता की देवी "दीपक वाली महिला" (Lady with the lamp)का प्रतिनिधित्व करती है - इनके बारे में [[Special:MyLanguage/Henry Wadsworth Longfellow|हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो]] (Henry Wadsworth Longfellow) ने भविष्यवाणी की थी कि वह "धरती पर वे एक महान वीर नारी का रूप होगीं।"<ref>हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो, "सांता फिलोमेना," छंद १०. (Henry Wadsworth Longfellow, “Santa Filomena,” Stanza 10.)</ref>  


स्वतंत्रता की देवी [[Special:MyLanguage/World Mother|विश्व माता]] के आदर्श नक़्शे को दिखाती करती है, जो दिव्य कानून और रोशनी की पुस्तक अपने साथ रखती हैं - इन पुस्तकों में वह ज्ञान है जो मानव जाति को अन्धकार से बाहर निकलने का रास्ता दिखाता है। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आधारतल पर टूटी हुई जंजीरें हैं, जो मानव द्वारा बंधन से मुक्त होकर दुनिया को प्रबुद्ध करने के लिए आगे बढ़ने का प्रतीक हैं। उसकी मशाल ब्रह्मांडीय रोशनी की लौ है।
स्वाधीनता की देवी [[Special:MyLanguage/World Mother| जगत माता]] के आदर्श आकृति को दर्शाती है, जो दिव्य नियमों और प्रकाश  की पुस्तक अपने साथ रखती हैं - इस किताब में वह ज्ञान है जो मानव जाति को अन्धकार से बाहर निकलने का रास्ता दिखाता है। स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty) के आधारतल पर टूटी हुई जंजीरें हैं, जो मानव को बंधन से मुक्त होकर दुनिया को आलोकित करने के लिए आगे बढ़ने का प्रतीक है। उनकी मशाल ब्रह्मांडीय प्रकाश का प्रतीक है।


जुलाई १९८६ को न्यूयॉर्क बन्दरगाह पर स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के सृजन की सौवीं वर्षगांठ मनाई गई थी। ३ जुलाई को प्रतिमा के पुनर्प्रकाशन समारोह की अध्यक्षता करते हुए, राष्ट्रपति रीगन ने घोषणा की थी: "हम स्वतंत्रता की लौ के रखवाले हैं। एक बार फिर हम इसे ऊपर उठाकर दुनिया को दिखाते हैं।"
जुलाई १९८६ को न्यूयॉर्क बन्दरगाह (harbor) पर स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty) के सौवीं वर्षगांठ का उत्सव मनाया गया था। ३ जुलाई को प्रतिमा के पुनर्प्रकाशन समारोह की अध्यक्षता करते हुए, अमरीकी राष्ट्रपति रेगन ने घोषणा की थी: "हम स्वाधीनता की लौ के सेवक हैं। हम इसे आज दुनिया के सामने ऊंचा रखने का प्रण लेते हैं।


४ जुलाई को जब अमेरिका ने पृथ्वी पर लेडी लिबर्टी की उपस्थिति का आतिशवबाज़ी जलाकर जश्न मनाया तो संपूर्ण विश्व में लाखों लोगों ने इसका आनंद उठाया। उत्सव के दौरान मुख्य न्यायाधीश वॉरेन बर्गर ने देश भर के विभिन्न स्थलों पर एकत्र हुए १५,०००  से अधिक नए नागरिकों को नागरिकता की शपथ भी दिलाई थी।  
४ जुलाई को, दुनिया भर के लाखों लोगों ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ी आतिशबाजी देखी और स्वाधीनता की देवी की उपस्थिति का उत्सव मनाया। उत्सव के समय अमेरिकी मुख्य न्यायाधीश वॉरेन बर्गर (Warren Burger) ने देश भर के विभिन्न स्थलों पर एकत्र हुए १५,०००  से अधिक नए नागरिकों को नागरिकता की शपथ भी दिलाई थी।  


<span id="An_initiation_of_the_threefold_flame"></span>
<span id="An_initiation_of_the_threefold_flame"></span>
== त्रिदेव ज्योत का प्रारंभ ==
== त्रिज्योति लौ की दीक्षा ==


अगले दिन, ५ जुलाई १९८६ को स्वतंत्रता की देवी ने अमेरिकी नागरिकता के बारे में यह शिक्षा दी:
अगले दिन, ५ जुलाई १९८६ को स्वाधीनता की देवी ने अमेरिकी नागरिकता के बारे में यह शिक्षा दी:


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जो लोग अमेरिकी बनते हैं वे स्वतंत्रता की देवी - जिनका कार्यालय मैं संभालता हूं - का आह्वान करते हैं।
जो लोग अमेरिकी नागरिक बनते हैं और नागरिकता की शपथ लेते हैं, वे स्वाधीनता की देवी - जिनका कार्यालय (office) मैं संभालती हूँ - की दीक्षा का आवाहन करते हैं।


यह हृदय और त्रिदेव ज्योत की दीक्षा है। और जो लोग संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिक होने की उस पवित्र प्रतिबद्धता में प्रवेश करते हैं, उन्हें मेरी त्रिगुणात्मक लौ से प्रोत्साहन मिलता है, जो उन्हें उनकी अपनी त्रिदेव ज्योत को संतुलित और संरेखित करने में सहायता करता है। यदि आप चाहते हैं तो मैं अपने अस्तित्व का एक चिन्ह वहां एक इलेक्ट्रॉनिक ब्लूप्रिंट या मैट्रिक्स के रूप में रखता हूं। यह एक पतवार की तरह है, एक ऐसी शक्ति जो मनुष्य को फिर से बनाने और उसकी त्रिदेव ज्योत को संतुलित करने में मदद करती है। मैं विश्व के भगवान, [[Special:MyLanguage/Gautama|गौतम बुद्ध]]के साथ बहुत करीब से काम करती हूँ।
यह हृदय और त्रिज्योति लौ की दीक्षा है और जो लोग अमेरिका के नागरिक होने की उस पवित्र प्रतिबद्धता (commitment) में प्रवेश करते हैं, उन्हें मेरी त्रिज्योति लौ से प्रोत्साहन मिलता है, जो उन्हें उनकी अपनी त्रिज्योति लौ को संतुलित और संरेखित (alignment) करने में सहायता करती है। यदि वे चाहें तो मैं अपने अस्तित्व (fleur-de-lis) का एक चिन्ह जिसे एक इलेक्ट्रॉनिक ब्लूप्रिंट या मैट्रिक्स (electronic blueprint or matrix) के रूप में उन्हें देती हूं। यह एक स्टीयरिंग ह्वील (rudder) की तरह है, एक ऐसी शक्ति जो मनुष्य को उसकी त्रिज्योति लौ से संतुलित करने में मदद करती है। मैं विश्व के दिव्य गुरु [[Special:MyLanguage/Gautama|गौतम बुद्ध]] के साथ बहुत निकटता से पृथ्वी के लोगों की सेवा करती हूँ।


जो हृदय की दीक्षा मैं देती हूं आपको उसे अर्जित करना पड़ता है। मैं आपको एक आकाशीय रूपरेखा देती हूँ और आपको नागरिकता मिलने के प्रथम दिन से ही इसके अनुरूप काम करना चाहिए, आपकी ईश्वर के शब्दों का ज्ञान होना चाहिए।
जो हृदय की दीक्षा मैं देती हूं आपको उसके योग्य  पड़ता है। मैं आपको आकाशीय योजना (blueprint) देती हूँ और आपको नागरिकता मिलने के प्रथम दिन से ही इसके प्रमाण अनुरूप काम करना चाहिए, आपको ईश्वर के शब्दों का ज्ञान होना चाहिए।


इसलिए मैं कानून की पुस्तक अपने साथ रखती हूं जो न केवल संविधान का मानक है वरन इस ग्रह पर भगवान के पुत्रों के दिव्य अधिकारों का वर्णन करने वाला एक दिव्य दस्तावेज भी है। और अब यह आप पर निर्भर है कि आप अपनी [[Special:MyLanguage/Christ Self|स्व-चेतना]] के माध्यम से मेरे दिल तक? इससे आप यह समझ पाएंगे कि संविधान का प्रत्येक वाक्य उस आंतरिक दैवीय प्रकाश को दर्शाता है जिसे मानव के कर्मों, राष्ट्र का निर्माण, और अर्थव्यवस्था से निपटने के लिए तथा पथभ्रष्ट लोगों के साथ पुराने हिसाब चुकता करने के लिए लागू किया गया है।
इसलिए मैं कानून की पुस्तक अपने साथ रखती हूं जो न केवल संविधान को प्रस्तुत करती है वरन इस ग्रह पर भगवान के पुत्रों और पुत्रियों के दिव्य अधिकारों का वर्णन करने वाला एक दिव्य दस्तावेज (document) भी है। और अब यह आप पर निर्भर है कि आप अपनी [[Special:MyLanguage/Christ Self|उच्च-चेतना]] के माध्यम से आप यह समझ पाएंगे कि संविधान का प्रत्येक वाक्य उस आंतरिक दैवीय प्रकाश को दर्शाता है जिसे मानव के कर्मों, राष्ट्र का निर्माण, और अर्थव्यवस्था से निपटने के लिए तथा पथभ्रष्ट लोगों के साथ पुराने अभिलेखों का समाधान करने के लिए बनाया गया है।


अमेरिकी लोगों को स्वतंत्रता की लौ की रक्षा करने की अपनी क्षमता को साबित करना होगा। आप यह समझें कि कैसे राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर आसीन, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस राष्ट्र के सभी लोगों के लिए उन लोगों की प्रतिज्ञा की पुष्टि की जो मुझसे दीक्षा लेते हैं - "हम स्वतंत्रता की लौ के रखवाले हैं।{{POWref|२९|६५|, २३ नवंबर १९८६}}</ref>
इसलिए, अमेरिकी लोगों को स्वाधीनता की लौ की रक्षा करने के लिए अपनी क्षमता को साबित करना होगा। आप यह समझें कि कैसे राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर आसीन, अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस राष्ट्र के सभी लोगों के लिए उन लोगों की प्रतिज्ञा की पुष्टि की जो मुझसे दीक्षा लेते हैं - "हम स्वाधीनता की लौ के सेवक हैं।{{POWref|२९|६५|, २३ नवंबर १९८६}}</ref>
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[[File:Statue of Liberty 2007.jpg|thumb|upright|द स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी]]
[[File:Statue of Liberty 2007.jpg|thumb|upright|स्वाधीनता की प्रतिमा
 
(The Statue of Liberty)]]


<span id="Her_service_today"></span>
<span id="Her_service_today"></span>
== उनकी आज की सेवा ==
== उनकी आज की सेवा ==


लिबर्टी की घोषणा:  
स्वाधीनता की देवी की घोषणा:  


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सृष्टि का गीत आशा का गीत है। जो आशा ईश्वर के हृदय से पैदा होती है वह एक अत्यंत कोमल लौ है जो मेरे हाथ में पकड़ी हुई मशाल में जलती है! मैं इसे सदा सभी के लिए कायम रखता हूं।
सृष्टि की रचना का गीत आशा का गीत है। जो आशा ईश्वर के हृदय से पैदा होती है वह एक अत्यंत कोमल लौ है जो मेरे हाथ में पकड़ी हुई मशाल में जलती है! मैं इसे आपके और सबके  के लिए सदा थामे हुए हूँ।
 
क्या आप उस मशाल को कायम रखने में मेरा साथ देंगे? जब सारी दुनिया आपके विरुद्ध खड़ी होगी तो क्या आप मेरे साथ स्थिरता से खड़े रहेंगे? क्या आप सन्ध्या (twilight) की उस घड़ी में मेरे साथ होंगे, क्या आप मेरे साथ अगली आने वाली सुबह के इंतज़ार करेंगे?


क्या आप उस मशाल को कायम रखने में मेरा साथ देंगे? जब सारी दुनिया आपके विरुद्ध खड़ी होगी तो क्या आप मेरे साथ स्थिरता से खड़े रहेंगे? क्या आप गोधूलि की उस घड़ी में मेरे साथ होंगे, क्या आप मेरे साथ अगली आने वाली सुबह के इंतज़ार करेंगे?<ref>स्वतंत्रता की देवी, "द अवेकनिंग" ''पर्ल्स ऑफ विजडम'' १९८६, द्वितीय पुस्तक - पृष्ठ ७.</ref>
<ref>स्वाधीनता की देवी, "द अवेकनिंग" ''पर्ल्स ऑफ विजडम'' १९८६, द्वितीय पुस्तक - पृष्ठ ७.</ref>
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<div class="mw-translate-fuzzy">
स्वाधीनता की देवी इस सौर मंडल के विकास की ओर से [[Special:MyLanguage/twelve solar hierarchies|सूर्य के बारह दिव्य गुणों]] (twelve solar hierarchies) की सात बजे की रेखा ([[Special:MyLanguage/Saint Germain|सेंट जर्मेन]] के विपरीत) का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह ईश्वर-कृतज्ञता की विशेषता का अधिकार दर्शाती हैं। कृतज्ञता और अमेरिका की नियति के बारे में उन्होंने कहा है:
स्वतंत्रता की देवी इस सौर मंडल के विकास की ओर से [[Special:MyLanguage/twelve solar hierarchies|सूर्य के बारह दिव्य गुणों]] की सात बजे की रेखा (([[Special:MyLanguage/Saint Germain|सेंट जर्मेन]] के विपरीत) का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह ईश्वर-कृतज्ञता की विशेषता का अधिकार दर्शाती है। कृतज्ञता और अमेरिका की नियति के बारे में उन्होंने कहा है:
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Gracious ones, I AM God in action! As I come to you today, it is to reveal the wondrous thought in the idea of “Immigration”—''I AM gra''titude in ac''tion''. Behold, then, that America was intended to be a land where gratitude in action would produce, through the power of the cosmic liberty bell, that wondrous attitude of freedom that would make men responsive to God within the citadel of their hearts....
मैं ईश्वर का क्रियात्मक रूप हूँ। आज मैं आपके पास परदेश वास (Immigration) के विषय में अद्भुत (wondrous) विचार - कार्यों में कृतज्ञता का भाव  - प्रकट करने के लिए आयी हूँ। आप इस बात को जान लीजिये कि हमारा इरादा अमेरिका को एक ऐसा देश बनाने का था जहां के लोग कार्रवाई में सदा कृतज्ञता और ब्रह्मांडीय स्वाधीनता  की घंटी की शक्ति के माध्यम से स्वतंत्रता का वह अद्भुत मनोभाव पैदा करेगी जो लोगों को उन्हें उनके दिल के गढ़ (citadel) में ईश्वर के प्रति उत्तरदायी (responsive) बना देगी....


Immigration from the heart of God to the planet Earth, precious ones, is an opportunity. And immigration back to the heart of God is an opportunity. Individuals must, then, recognize the boon of gratitude. “I AM gratitude in action!” And therefore, the goings out and the comings in of mankind ought always to be accompanied by a manifestation of gratitude to the Deity.<ref>The Goddess of Liberty, ''Liberty Proclaims'' (1975), pp. 13, 15–16.</ref>
मेरे प्रिय, ईश्वर के हृदय से इस पृथ्वी पर आना एक सुनहरा अवसर है। और ईश्वर के हृदय में वापस जाना भी एक सुन्दर अवसर है। इसलिए मनुष्यों को कृतज्ञता के इस वरदान को स्वीकार करना चाहिए - "सदा कृतज्ञता के भाव में रहना चाहिए!" मानव जाति को  हमेशा ईश्वर के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए।<ref>स्वाधीनता की देवी, ''लिबर्टी प्रोक्लेम्स'' (१९७५), पृष्ठ १३, १५- १६. (The Goddess of Liberty, ''Liberty Proclaims'' (1975), pp. 13, 15–16.)</ref>
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Although she has attained initiations at cosmic levels and need not remain with the planet, the Goddess of Liberty has taken the vow to remain in the service of the earth until every last man, woman and child has made his ascension. This is the [[bodhisattva]] ideal.
हालाँकि उन्होंने (स्वाधीनता  की देवी) ब्रह्मांडीय स्तरों पर दीक्षाएँ प्राप्त की हैं और उन्हें इस ग्रह (पृथ्वी) पर रहने की आवश्यकता नहीं है, फिर भी स्वाधीनता की देवी ने तब तक पृथ्वी की सेवा में रहने का संकल्प लिया है जब तक कि यहाँ के प्रत्येक जीव का आध्यात्मिक उत्थान नहीं हो जाता। यह [[Special:MyLanguage/bodhisattva|बोधिसत्व]] का आदर्श भी है।


The Goddess of Liberty has said:  
स्वाधीनता की देवी ने कहा है:  


<blockquote>When I stand in the Temple of the Sun, when I stand in the harbor of New York, beloved ones, I say to myself, the mantra of the bodhisattvas, “It all depends on you.” That is why I stand and still stand because I believe the mantra of my Guru, beloved [[Vesta]], who shines in the sun and who repeats the mantra of her Guru, “It all depends on you.” When you know it through and through you will not fail, for the Eye of Compassion, the mother’s eye, so mild and pure, looking upon the lifewaves beneath her feet, cannot escape the truth. It all depends on you. Children of my heart, rise and pass through the door of objectivity and become the Woman clothed with the Sun.<ref>Goddess of Liberty, December 6, 1979.</ref></blockquote>
<blockquote>जब मैं सूर्य के मंदिर में और न्यूयॉर्क के बंदरगाह पर खड़ी होती हूं, तब मैं अपने मन में बोधिसत्वों (bodhisattvas) के मंत्र का जाप करती हूँ  - "यह सब आप पर निर्भर करता है"। मैं यहां इसलिए खड़ी हूं क्योंकि मैं अपनी गुरु [[Special:MyLanguage/Vesta|वेस्टा]] (Vesta) के मंत्र पर पूरा विश्वास रखती हूँ। वेस्टा सूर्य के प्रकाश में प्रकाशमान हैं और अपने गुरु के मंत्र को दोहराते हैं - "यह सब आप पर निर्भर करता है"। जब आप इस बात को पूरी तरह से समझ लेंगे तो आप असफल नहीं होंगे, क्योंकि माँ के करुणामई नेत्र इतने कोमल और शुद्ध हैं कि वे अपने पैरों के नीचे की जीवन तरंगों को देखती हैं, और सत्य जान लेती हैं। अब यह सब आप पर निर्भर है, मेरे बच्चो, उठो निष्पक्षता (objectivity) के मार्ग पर चलो और सूर्य से सुसज्जित स्वाधीनता की देवी की तरह बनो।<ref>स्वाधीनता की देवी, ६ दिसंबर, १९७९।</ref></blockquote>


The Goddess of Liberty has called for one thousand faithful ones to decree to preserve America’s destiny. May the students’ great love for the destiny of God in man inspire them to answer Liberty’s call!
स्वाधीनता की देवी ने कहा है कि अमेरिका को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि एक हजार लोग दिव्य आदेशों (decrees) का उच्चारण करें। मेरी यह प्रार्थना है कि  स्वाधीनता की देवी  दिव्य गुरुओं के शिष्यों को  मनुष्यों  के ह्रदय में स्थित ईश्वर से महान प्रेम के द्वारा जुड़ने की प्रेणना दें।


== A dispensation of her Electronic Presence with us ==
<span id="A_dispensation_of_her_Electronic_Presence_with_us"></span>
== हमारे साथ देवी की आकाशीय उपस्थिति (Electronic Presence) का प्रकाश रुपी उपहार ==


On August 10, 1985, in a dictation delivered at the [[Inner Retreat]], the Goddess of Liberty said:
१० अगस्त १९८५ को, [[Special:MyLanguage/Inner Retreat|आंतरिक आश्रय स्थल]] (Inner Retreat) में स्वाधीनता की देवी ने दिव्य वाणी में कहा था:


<blockquote>In the joy of [[Lanello]]’s heart, I take my leave. But I leave my torch with the Mother for you. My torch, as an Electronic Presence, then, is here and shall be there and shall be wherever chelas place a focus of my statue, so signifying their desire to hold it high until the mission of the World Mother is finished and all are home at last who are called in this dispensation.<ref>The Goddess of Liberty, “Our Origin in the Heart of Liberty,” {{POWref|28|45|, November 10, 1985}}</ref></blockquote>
<blockquote>मैं [[Special:MyLanguage/Lanello|लैनेलो]] के दिल की खुशी से विदा लेती हूँ लेकिन मैं अपनी अपने ज्ञान की मशाल गुरु माँ के पास तुम्हारे लिए छोड़ कर जाती हूँ। यह मशाल एक आकाशीय उपस्थिति (Electronic Presence) के रूप में तब तक यहाँ रहेगी जब तक  शिष्य मेरी प्रतिमा पर ध्यान केंद्रित करते रहेंगे। मेरी प्रतिमा पर ध्यान केंद्रित करना और मेरी ज्ञान की मशाल को ऊँचा उठा के रखना शिष्यों की इच्छा को दर्शाता है। ऐसा तब तक होगा जब तक कि जगत माता का मिशन पूरा न हो जाए और पृथ्वी के सब लोग जो इस प्रकाश रुपी उपहार में बुलाए गए हैं, जब तक घर वापस नहीं आ जाते।
<ref>स्वाधीनता की देवी, "आवर ओरिजिन इन द हार्ट ऑफ़ लिबर्टी," {{POWref|२८|४५|, १० नवंबर, १९८५}} (The Goddess of Liberty, “Our Origin in the Heart of Liberty,” {{POWref|28|45|, November 10, 1985}})</ref></blockquote>


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== इसे भी देखिये ==
== इसे भी देखिये ==


[[Special:MyLanguage/Temple of the Sun| सूर्य का मंदिर ]]
[[Special:MyLanguage/Temple of the Sun|सूर्य का मंदिर]] (Temple of the Sun)
 
[[Special:MyLanguage/Statue of Liberty|स्वाधीनता की प्रतिमा]] (Statue of Liberty)


[[Special:MyLanguage/Statue of Liberty| स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी]]
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[[Order of the Golden Lily]]
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Latest revision as of 12:07, 20 July 2025

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द स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी (The Statue of Liberty)

स्वाधीनता की देवी (Goddess of Liberty) कार्मिक समिति (Karmic Board) की प्रवक्ता और इसी समिति में ईश्वर की दूसरी किरण (second ray) की प्रतिनिधि हैं। वह सूर्य के मंदिर (Temple of the Sun) की पदक्रम के स्वामी (hierarch) हैं। उनका आकाशीय स्थल न्यूयॉर्क के मैनहट्टन द्वीप (island of Manhattan, New York) पर है। वह पृथ्वी के लोगों को ईश्वरीय स्वाधीनता की चेतना प्रदान करती हैं।

उत्थान से पहले के मूर्त रूप (Embodiments)

स्वाधीनता की देवी ने अपने उत्थान से पहले व्यक्तिगत रूप से कई ग्रहों पर लाखों आत्माओं को मुक्त कराया था।

वह अमेज़ॅनियन प्रजाती (Amazonian Race) के सदस्य के रूप में भी अवतरित हुईं। अमेज़न घाटी में रहना वाले इस प्रजाति के लोग विशालकाय हुआ करते थे तथा यहाँ स्त्रियों का शासन हुआ करता था।

अटलांटिस (Atlantis) पर अपने जन्म के समय उन्होंने सूर्य का मंदिर (Temple of the Sun) बनवाया था -इस जगह पर आज मैनहट्टन द्वीप (Manhattan Island) स्थित है। यह मंदिर उन्होंने महान केंद्रीय सूर्य (Great Central Sun) में स्थित सौर मंदिर (Solar Temple) के नक़्शे के अनुसार बनाया था। इस मंदिर की केंद्रीय वेदी (central altar) आत्मा की त्रिज्योति लौ को समर्पित थी जो मनुष्य के श्वेत-अग्नि के बीजकोष (white-fire core) से तब निकलती है जब उसका ध्यान सदा अल्फा और ओमेगा (Alpha and Omega) पर केंद्रित होता है। इसके चारों तरफ बारह छोटे मंदिर थे - हर एक मंदिर सूर्य के बारह दिव्य गुणों में से एक को दर्शाने वाले प्रतिनिधि का था। इन बारह प्रतिनिधियों ने स्वाधीनता की देवी के साथ मिलकर पृथ्वी के विकास के लिए सूर्य के पीछे के सूर्य (Sun behind the sun) के आध्यात्मिक प्रकाश का आह्वान किया था।

अटलांटिस के जलमग्न होने से ठीक पहले स्वाधीनता की देवी ने मंदिर में स्थापित स्वाधीनता की त्रिज्योति लौ को सुरक्षित रूप से दक्षिणी फ्रांस में श्वेत महासंघ (Great White Brotherhood) के एक अन्य आकाशीय स्थल चैटो डी लिबर्टे (Château de Liberté) में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। प्रलय में जब अटलांटिस डूब गया तो सूर्य मंदिर आकाशीय सप्तक में समा गया। इसके पश्चात ब्रदरहुड ऑफ़ लिबर्टी (Brotherhood of Liberty) मंदिर के भौतिक स्थल के ठीक ऊपर के आकाशीय तल से अपनी सभी गतिविधियों को कर रहे हैं।

आध्यात्मिक उत्थान के पश्चात उनकी सेवा

अपने पूर्व मूर्त रूपों (embodiments) में (हृदय में स्थित) त्रिज्योति लौ (threefold flame) के प्रति पूर्ण समर्पण के कारण आध्यात्मिक उत्थान (ascension) के पश्चात उन्हें स्वाधीनता की देवी की उपाधि दी गयी जो पृथ्वी पर स्वाधीनता की ब्रह्मांडीय चेतना के प्रभुत्व के रूप में पदक्रम में इनके कार्यालय का सूचक है।

स्वाधीनता की भावना से प्रेरित होकर प्रारंभिक (early) अमेरिकी देशभक्तों ने "ईश्वर को समर्पित" एक नया राष्ट्र स्थापित करने और उभरती हुई आत्मिक चेतना के लिए श्वेत महासंघ की योजना के आधार पर एक संविधान बनाने का निर्णय लिया। उनका मानना था कि यह कार्य, संत जरमेन (Saint Germain) - जिन्हें पृथ्वी पर मुक्ति का देवता कहा जाता है - के निर्देशन में धरतीवासियों को आत्मिक चेतना में परिपक़्व (mature) बनाएँगे।

उस समय बहुत सारे अमेरिकियों ने दिव्य मध्यस्थों (intercessors) की उपस्थिति और दैवीय हस्तक्षेप को जीवन में एक स्वाभाविक हिस्से के रूप में स्वीकार किया था। उस समय की कला और साहित्य में अक्सर देवदूतों और देवी-देवताओं का चित्रण किया गया था। स्वाधीनता की देवी जो देशभक्तों द्वारा समर्थित "अलौकिक उद्देश्य" (sacred cause) की संरक्षिका (patroness) हैं, शायद सभी ब्रह्मांडीय जीवों में सबसे अधिक पूजनीय थीं। सन १७७५ में थॉमस पेएन (Thomas Paine) ने इनके सम्मान में "लिबर्टी ट्री" (Liberty Tree) नामक गीत भी लिखा था ।

१७७७ की सर्दियों के समय स्वाधीनता की देवी जनरल वाशिंगटन के सामने प्रकट हुईं और उन्हें अमेरिका के भाग्य के बारे में बताया। देवी ने उन्हें अपना मिशन पूरा करने और तेरह अमरीकी मूल उपनिवेशों (colonies) को मुक्त करवाने की शक्ति और साहस दिया। [देखें वाशिंगटन का दृष्टिकोण]

स्वाधीनता की प्रतिमा (The Statue of Liberty)

इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty) फ्रांस के लोगों का एक उपहार था जो बेडलो द्वीप (Bedloe’s Isle) पर बनाई गई थी। स्वाधीनता की प्रतिमा स्वाधीनता की लौ का बाहरी प्रतीक रूप है जो हर प्रकार के अत्याचार से मुक्ति की आशा दर्शाता है जिससे "मुक्ति के उत्सुक, कर्मों से थके हुए लोग प्रेरणा पा सकें।"

[1]

[2]

स्वाधीनता की देवी सात किरणों का एक मुकुट पहनती है, जो एलोहिम (Elohim) की सात किरणों की शक्तियों को पदार्थ (matter) और दिव्यता के मातृ पहलू में केंद्रित कर के कार्यान्वयन (implementation) करती है। उनका मुकुट भगवान के प्रत्येक पुत्र और पुत्री के माथे पर लगी सात किरणों का केंद्र बिंदु (third eye) भी है। स्वाधीनता की देवी "दीपक वाली महिला" (Lady with the lamp)का प्रतिनिधित्व करती है - इनके बारे में हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो (Henry Wadsworth Longfellow) ने भविष्यवाणी की थी कि वह "धरती पर वे एक महान वीर नारी का रूप होगीं।"[3]

स्वाधीनता की देवी जगत माता के आदर्श आकृति को दर्शाती है, जो दिव्य नियमों और प्रकाश की पुस्तक अपने साथ रखती हैं - इस किताब में वह ज्ञान है जो मानव जाति को अन्धकार से बाहर निकलने का रास्ता दिखाता है। स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty) के आधारतल पर टूटी हुई जंजीरें हैं, जो मानव को बंधन से मुक्त होकर दुनिया को आलोकित करने के लिए आगे बढ़ने का प्रतीक है। उनकी मशाल ब्रह्मांडीय प्रकाश का प्रतीक है।

जुलाई १९८६ को न्यूयॉर्क बन्दरगाह (harbor) पर स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty) के सौवीं वर्षगांठ का उत्सव मनाया गया था। ३ जुलाई को प्रतिमा के पुनर्प्रकाशन समारोह की अध्यक्षता करते हुए, अमरीकी राष्ट्रपति रेगन ने घोषणा की थी: "हम स्वाधीनता की लौ के सेवक हैं। हम इसे आज दुनिया के सामने ऊंचा रखने का प्रण लेते हैं।

४ जुलाई को, दुनिया भर के लाखों लोगों ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ी आतिशबाजी देखी और स्वाधीनता की देवी की उपस्थिति का उत्सव मनाया। उत्सव के समय अमेरिकी मुख्य न्यायाधीश वॉरेन बर्गर (Warren Burger) ने देश भर के विभिन्न स्थलों पर एकत्र हुए १५,००० से अधिक नए नागरिकों को नागरिकता की शपथ भी दिलाई थी।

त्रिज्योति लौ की दीक्षा

अगले दिन, ५ जुलाई १९८६ को स्वाधीनता की देवी ने अमेरिकी नागरिकता के बारे में यह शिक्षा दी:

जो लोग अमेरिकी नागरिक बनते हैं और नागरिकता की शपथ लेते हैं, वे स्वाधीनता की देवी - जिनका कार्यालय (office) मैं संभालती हूँ - की दीक्षा का आवाहन करते हैं।

यह हृदय और त्रिज्योति लौ की दीक्षा है और जो लोग अमेरिका के नागरिक होने की उस पवित्र प्रतिबद्धता (commitment) में प्रवेश करते हैं, उन्हें मेरी त्रिज्योति लौ से प्रोत्साहन मिलता है, जो उन्हें उनकी अपनी त्रिज्योति लौ को संतुलित और संरेखित (alignment) करने में सहायता करती है। यदि वे चाहें तो मैं अपने अस्तित्व (fleur-de-lis) का एक चिन्ह जिसे एक इलेक्ट्रॉनिक ब्लूप्रिंट या मैट्रिक्स (electronic blueprint or matrix) के रूप में उन्हें देती हूं। यह एक स्टीयरिंग ह्वील (rudder) की तरह है, एक ऐसी शक्ति जो मनुष्य को उसकी त्रिज्योति लौ से संतुलित करने में मदद करती है। मैं विश्व के दिव्य गुरु गौतम बुद्ध के साथ बहुत निकटता से पृथ्वी के लोगों की सेवा करती हूँ।

जो हृदय की दीक्षा मैं देती हूं आपको उसके योग्य पड़ता है। मैं आपको आकाशीय योजना (blueprint) देती हूँ और आपको नागरिकता मिलने के प्रथम दिन से ही इसके प्रमाण अनुरूप काम करना चाहिए, आपको ईश्वर के शब्दों का ज्ञान होना चाहिए।

इसलिए मैं कानून की पुस्तक अपने साथ रखती हूं जो न केवल संविधान को प्रस्तुत करती है वरन इस ग्रह पर भगवान के पुत्रों और पुत्रियों के दिव्य अधिकारों का वर्णन करने वाला एक दिव्य दस्तावेज (document) भी है। और अब यह आप पर निर्भर है कि आप अपनी उच्च-चेतना के माध्यम से आप यह समझ पाएंगे कि संविधान का प्रत्येक वाक्य उस आंतरिक दैवीय प्रकाश को दर्शाता है जिसे मानव के कर्मों, राष्ट्र का निर्माण, और अर्थव्यवस्था से निपटने के लिए तथा पथभ्रष्ट लोगों के साथ पुराने अभिलेखों का समाधान करने के लिए बनाया गया है।

इसलिए, अमेरिकी लोगों को स्वाधीनता की लौ की रक्षा करने के लिए अपनी क्षमता को साबित करना होगा। आप यह समझें कि कैसे राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर आसीन, अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस राष्ट्र के सभी लोगों के लिए उन लोगों की प्रतिज्ञा की पुष्टि की जो मुझसे दीक्षा लेते हैं - "हम स्वाधीनता की लौ के सेवक हैं।Pearls of Wisdom, vol. २९, no. ६५, २३ नवंबर १९८६.</ref>

स्वाधीनता की प्रतिमा (The Statue of Liberty)

उनकी आज की सेवा

स्वाधीनता की देवी की घोषणा:

सृष्टि की रचना का गीत आशा का गीत है। जो आशा ईश्वर के हृदय से पैदा होती है वह एक अत्यंत कोमल लौ है जो मेरे हाथ में पकड़ी हुई मशाल में जलती है! मैं इसे आपके और सबके के लिए सदा थामे हुए हूँ।

क्या आप उस मशाल को कायम रखने में मेरा साथ देंगे? जब सारी दुनिया आपके विरुद्ध खड़ी होगी तो क्या आप मेरे साथ स्थिरता से खड़े रहेंगे? क्या आप सन्ध्या (twilight) की उस घड़ी में मेरे साथ होंगे, क्या आप मेरे साथ अगली आने वाली सुबह के इंतज़ार करेंगे?

[4]

स्वाधीनता की देवी इस सौर मंडल के विकास की ओर से सूर्य के बारह दिव्य गुणों (twelve solar hierarchies) की सात बजे की रेखा (सेंट जर्मेन के विपरीत) का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह ईश्वर-कृतज्ञता की विशेषता का अधिकार दर्शाती हैं। कृतज्ञता और अमेरिका की नियति के बारे में उन्होंने कहा है:

मैं ईश्वर का क्रियात्मक रूप हूँ। आज मैं आपके पास परदेश वास (Immigration) के विषय में अद्भुत (wondrous) विचार - कार्यों में कृतज्ञता का भाव - प्रकट करने के लिए आयी हूँ। आप इस बात को जान लीजिये कि हमारा इरादा अमेरिका को एक ऐसा देश बनाने का था जहां के लोग कार्रवाई में सदा कृतज्ञता और ब्रह्मांडीय स्वाधीनता की घंटी की शक्ति के माध्यम से स्वतंत्रता का वह अद्भुत मनोभाव पैदा करेगी जो लोगों को उन्हें उनके दिल के गढ़ (citadel) में ईश्वर के प्रति उत्तरदायी (responsive) बना देगी....

मेरे प्रिय, ईश्वर के हृदय से इस पृथ्वी पर आना एक सुनहरा अवसर है। और ईश्वर के हृदय में वापस जाना भी एक सुन्दर अवसर है। इसलिए मनुष्यों को कृतज्ञता के इस वरदान को स्वीकार करना चाहिए - "सदा कृतज्ञता के भाव में रहना चाहिए!" मानव जाति को हमेशा ईश्वर के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए।[5]

हालाँकि उन्होंने (स्वाधीनता की देवी) ब्रह्मांडीय स्तरों पर दीक्षाएँ प्राप्त की हैं और उन्हें इस ग्रह (पृथ्वी) पर रहने की आवश्यकता नहीं है, फिर भी स्वाधीनता की देवी ने तब तक पृथ्वी की सेवा में रहने का संकल्प लिया है जब तक कि यहाँ के प्रत्येक जीव का आध्यात्मिक उत्थान नहीं हो जाता। यह बोधिसत्व का आदर्श भी है।

स्वाधीनता की देवी ने कहा है:

जब मैं सूर्य के मंदिर में और न्यूयॉर्क के बंदरगाह पर खड़ी होती हूं, तब मैं अपने मन में बोधिसत्वों (bodhisattvas) के मंत्र का जाप करती हूँ - "यह सब आप पर निर्भर करता है"। मैं यहां इसलिए खड़ी हूं क्योंकि मैं अपनी गुरु वेस्टा (Vesta) के मंत्र पर पूरा विश्वास रखती हूँ। वेस्टा सूर्य के प्रकाश में प्रकाशमान हैं और अपने गुरु के मंत्र को दोहराते हैं - "यह सब आप पर निर्भर करता है"। जब आप इस बात को पूरी तरह से समझ लेंगे तो आप असफल नहीं होंगे, क्योंकि माँ के करुणामई नेत्र इतने कोमल और शुद्ध हैं कि वे अपने पैरों के नीचे की जीवन तरंगों को देखती हैं, और सत्य जान लेती हैं। अब यह सब आप पर निर्भर है, मेरे बच्चो, उठो निष्पक्षता (objectivity) के मार्ग पर चलो और सूर्य से सुसज्जित स्वाधीनता की देवी की तरह बनो।[6]

स्वाधीनता की देवी ने कहा है कि अमेरिका को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि एक हजार लोग दिव्य आदेशों (decrees) का उच्चारण करें। मेरी यह प्रार्थना है कि स्वाधीनता की देवी दिव्य गुरुओं के शिष्यों को मनुष्यों के ह्रदय में स्थित ईश्वर से महान प्रेम के द्वारा जुड़ने की प्रेणना दें।

हमारे साथ देवी की आकाशीय उपस्थिति (Electronic Presence) का प्रकाश रुपी उपहार

१० अगस्त १९८५ को, आंतरिक आश्रय स्थल (Inner Retreat) में स्वाधीनता की देवी ने दिव्य वाणी में कहा था:

मैं लैनेलो के दिल की खुशी से विदा लेती हूँ लेकिन मैं अपनी अपने ज्ञान की मशाल गुरु माँ के पास तुम्हारे लिए छोड़ कर जाती हूँ। यह मशाल एक आकाशीय उपस्थिति (Electronic Presence) के रूप में तब तक यहाँ रहेगी जब तक शिष्य मेरी प्रतिमा पर ध्यान केंद्रित करते रहेंगे। मेरी प्रतिमा पर ध्यान केंद्रित करना और मेरी ज्ञान की मशाल को ऊँचा उठा के रखना शिष्यों की इच्छा को दर्शाता है। ऐसा तब तक होगा जब तक कि जगत माता का मिशन पूरा न हो जाए और पृथ्वी के सब लोग जो इस प्रकाश रुपी उपहार में बुलाए गए हैं, जब तक घर वापस नहीं आ जाते। [7]

इसे भी देखिये

सूर्य का मंदिर (Temple of the Sun)

स्वाधीनता की प्रतिमा (Statue of Liberty)

स्रोत

Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet, The Masters and Their Retreats, s.v. “Liberty, Goddess of.”

एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट, "अ ट्रिब्यूट टू द गॉडेस ऑफ़ लिबर्टी,” १३ मार्च १९९३

  1. एम्मा लाजर की कविता "द न्यू कोलोसस, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आसन पर अंकित है।
  2. From the poem “The New Colossus,” by Emma Lazarus, inscribed on the pedestal of the Statue of Liberty.
  3. हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफेलो, "सांता फिलोमेना," छंद १०. (Henry Wadsworth Longfellow, “Santa Filomena,” Stanza 10.)
  4. स्वाधीनता की देवी, "द अवेकनिंग" पर्ल्स ऑफ विजडम १९८६, द्वितीय पुस्तक - पृष्ठ ७.
  5. स्वाधीनता की देवी, लिबर्टी प्रोक्लेम्स (१९७५), पृष्ठ १३, १५- १६. (The Goddess of Liberty, Liberty Proclaims (1975), pp. 13, 15–16.)
  6. स्वाधीनता की देवी, ६ दिसंबर, १९७९।
  7. स्वाधीनता की देवी, "आवर ओरिजिन इन द हार्ट ऑफ़ लिबर्टी," Pearls of Wisdom, vol. २८, no. ४५, १० नवंबर, १९८५. (The Goddess of Liberty, “Our Origin in the Heart of Liberty,” Pearls of Wisdom, vol. 28, no. 45, November 10, 1985.)