Main Page/hi: Difference between revisions
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 4: | Line 4: | ||
[[File:MLP_ECP.jpg|right|link=|alt=Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet]] | [[File:MLP_ECP.jpg|right|link=|alt=Mark L. Prophet and Elizabeth Clare Prophet]] | ||
इन | इन पन्नों पर आपको निम्नलिखित के बारे में बहुत अच्छी जानकारी मिलेगी | ||
* | * दिव्यगुरू कौन हैं और उन्होंने क्या शिक्षा दी है? | ||
* आध्यात्मिक और | * सृष्टि की रचना एवं मानव जीवन के सम्बन्ध में आध्यात्मिक और गूढ़ द्धांत | ||
* ऐतिहासिक और सामाजिक | * ऐतिहासिक और सामाजिक मुद्दों की आध्यात्मिक रूप से गहन जानकारी | ||
यह जानकारी मार्क एल.प्रोफेट (Mark L. Prophet) और एलिजाबेथ क्लेयर प्रोफेट (Elizabeth Clare Prophet) के प्रकाशित कार्यों और अप्रकाशित व्याख्यानों और दिव्य वाणियों से एकत्र की गई है। प्रत्येक लेख के लिए स्रोत दिए गए हैं। | यह जानकारी मार्क एल.प्रोफेट (Mark L. Prophet) और एलिजाबेथ क्लेयर प्रोफेट (Elizabeth Clare Prophet) के प्रकाशित कार्यों और अप्रकाशित व्याख्यानों और दिव्य वाणियों से एकत्र की गई है। प्रत्येक लेख के लिए स्रोत दिए गए हैं। |
Revision as of 04:54, 3 October 2023
दिव्यगुरूओं के ज्ञानकोष में आपका स्वागत है
इन पन्नों पर आपको निम्नलिखित के बारे में बहुत अच्छी जानकारी मिलेगी
- दिव्यगुरू कौन हैं और उन्होंने क्या शिक्षा दी है?
- सृष्टि की रचना एवं मानव जीवन के सम्बन्ध में आध्यात्मिक और गूढ़ द्धांत
- ऐतिहासिक और सामाजिक मुद्दों की आध्यात्मिक रूप से गहन जानकारी
यह जानकारी मार्क एल.प्रोफेट (Mark L. Prophet) और एलिजाबेथ क्लेयर प्रोफेट (Elizabeth Clare Prophet) के प्रकाशित कार्यों और अप्रकाशित व्याख्यानों और दिव्य वाणियों से एकत्र की गई है। प्रत्येक लेख के लिए स्रोत दिए गए हैं।
ऐसे बहुत सारे विषयो के बारे मैं आप गहराई से जानकारी प्राप्त कर सकते है।
आरोही मास्टर इनसाइक्लोपीडिया में अब २,३४६ लेख शामिल हैं।
शुरू कीजिये
Click here to search for a particular topic.
Click here for a list of all topics.
मार्क और एलिजाबेथ पैगंबर के बारे में
मार्क एल प्रोफेट एवं एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट ने समिट लाइट हाउस की स्थापना १९५८ में की थी। ये दोनों ही विश्वप्रसिद्ध लेखक हैं। करीब ४० साल तक दोनों ने पूर्व और पश्चिम के दिव्यगुरूओं के बारे में सामाजिक चेतना को जागृत किया है। उन्होंने बताया है की संसार के सभी धर्म एक ही ईश्वर के पास जाने का मार्ग बतलाते है। ईश्वर को पाने के लिए आप किसी भी मार्ग का अनुसरण कर सकते हैं।
इनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों में वायलेट अग्नि की जानकारी एवं पूजा अर्चना को बोलकर करने का महत्त्व है। जब हम अपनी आवाज़ में बोलकर कोई पूजा या आराधना करते हैं तो उनका असर बहुत अधिक हो जाता ह। इन दोनों ने सौ से ऊपर पुस्तके लिखी हैं जो लाखों श्रद्धालुओं ने खरीदी हैं। इनमें से कुछ का नाम इस प्रकार है - The Lost Years of Jesus, Fallen Angels and the Origins of Evil and Saint Germain On Alchemy.
अधिक जानकारी के लिए