Main Page/hi: Difference between revisions
JaspalSoni (talk | contribs) (Created page with "<big>'''सभी पृष्ठों एवं विषयों के हेतु <u>list of all topics</u>.'''</big>") |
JaspalSoni (talk | contribs) (Created page with "<big>'''किसी विशेष विषय की जानकारी प्राप्त करने के लिए <u>Special:Search|search for a particular...") |
||
Line 17: | Line 17: | ||
== शुरू कीजिये == | == शुरू कीजिये == | ||
<big>''' | <big>'''किसी विशेष विषय की जानकारी प्राप्त करने के लिए <u>[[Special:Search|search for a particular topic]]</u>.'''</big> | ||
<big>'''सभी पृष्ठों एवं विषयों के हेतु <u>[[Special:AllPages|list of all topics]]</u>.'''</big> | <big>'''सभी पृष्ठों एवं विषयों के हेतु <u>[[Special:AllPages|list of all topics]]</u>.'''</big> |
Revision as of 10:12, 3 October 2023
दिव्यगुरूओं के विश्वकोश में आपका स्वागत है
इन पृष्ठों पर आपको निम्नलिखित के बारे में बहुत अच्छी जानकारी मिलेगी
- दिव्यगुरू कौन हैं और उन्होंने क्या शिक्षा दी है?
- सृष्टि की रचना एवं मानव जीवन के सम्बन्ध में आध्यात्मिक और गूढ़ सिद्धांत
- ऐतिहासिक और सामाजिक मुद्दों की आध्यात्मिक रूप से गहन जानकारी
यह सभी जानकारी मार्क एल. प्रोफेट और एलिजाबेथ क्लेयर प्रोफेट की प्रकाशित पुस्तकों और उनकी दिव्यवाणी (ईश्वर से प्राप्त सन्देश) से एकत्र की गई है। प्रत्येक लेख के अंत में उसके स्रोत का नाम भी दिया गया है।
कई स्थानों पर कुछ अन्य सामग्री भी है जहां से आप इन सभी विषयों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
दिव्यगुरूओं के इस विश्वकोष में अनेक लेख भी सम्मिलित हैं। २,३४८
शुरू कीजिये
किसी विशेष विषय की जानकारी प्राप्त करने के लिए search for a particular topic.
सभी पृष्ठों एवं विषयों के हेतु list of all topics.
मार्क और एलिजाबेथ पैगंबर के बारे में
मार्क एल प्रोफेट एवं एलिज़ाबेथ क्लेयर प्रोफेट ने समिट लाइट हाउस की स्थापना १९५८ में की थी। ये दोनों ही विश्वप्रसिद्ध लेखक हैं। करीब ४० साल तक दोनों ने पूर्व और पश्चिम के दिव्यगुरूओं के बारे में सामाजिक चेतना को जागृत किया है। उन्होंने बताया है की संसार के सभी धर्म एक ही ईश्वर के पास जाने का मार्ग बतलाते है। ईश्वर को पाने के लिए आप किसी भी मार्ग का अनुसरण कर सकते हैं।
इनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों में वायलेट अग्नि की जानकारी एवं पूजा अर्चना को बोलकर करने का महत्त्व है। जब हम अपनी आवाज़ में बोलकर कोई पूजा या आराधना करते हैं तो उनका असर बहुत अधिक हो जाता ह। इन दोनों ने सौ से ऊपर पुस्तके लिखी हैं जो लाखों श्रद्धालुओं ने खरीदी हैं। इनमें से कुछ का नाम इस प्रकार है - The Lost Years of Jesus, Fallen Angels and the Origins of Evil and Saint Germain On Alchemy.
अधिक जानकारी के लिए