JaspalSoni
no edit summary
10:21
+30
10:16
−38
10:14
+53
10:06
+50
10:42
+10
10:38
RajKumari
16:11
+1
Created page with "(३) अब आप डिक्री के अंतिम भाग, उसके समापन पर आ गए हैं, ईश्वर के हृदय में अपने पत्र को '''मोहर'' लगाने वाले हैं और जो प्रार्थना आपने आत्मा के दायरे में प्रतिबद्धता की भावना के साथ करी है उसके..."
+792